जिन्न सिद्धि लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
जिन्न सिद्धि लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 5 जून 2019

सुलेमानी जिन्न साधना

जिन सुलेमानी साधना को करने लिए संकल्प लेकर पूरी तरह से तैयार हो जाएँ. जिन साधना को नौचंदी शुक्रवार से शुरू करना चाहिए. इस साधना को पुरे 21 दिन तक करना चाहिए. इस साधना को अपने गाँव या शहर से बाहर ही करना चाहिए. इस साधना को शुरू करने से पहले अपनी सुरक्षा कर लेना ज़रूरी है. इसके लिए आप ऊपर इस लेख में दिए गए सुलेमानी रक्षा मंत्र जा जाप करके अपने चारों ओर एक घेरा बना लें. रक्षा मन्त्र को आप 11 बार पढ़ें. आप गोले की बीच पश्चिम की ओर मुख करके खड़े हो जाएँ तथा अपने हाथ में एक करबा करेला लें और उसके भीतर हींग भर दें. अब अपने गुरु का ध्यान करके और आज्ञा लें. अब आप जिन साधना के मन्त्र का जाप एक घंटे तक करें.

ये मन्त्र इस प्रकार है – “ऐन उल हक ये जेतान!”

मंत्र का जप पूरा होने पर हींग भरे हुए करेले को पश्चिम दिशा की तरफ फैक दें और घर आकर हाथ पैर और मुंह धो लें. ये प्रयोग लगातार 21 दिन तक इसी विधि का प्रयोग करते हुए करें. आपकी साधना जप पूर्ण होगी तब जिन आपके सामने प्रकट हो जायेगा. जिन इस तरह प्रकट होकर साधना करने वाले साधक से सवाल पूछता है. इसलिय साधक को सोच विचारकर सही जवाब देना होगा. गलत जवाब देने पर जिन की शक्तियों का लाभ नही लिया जा सकता और वह वापिस चला जाता है. जब आप के जवाब सही होते हैं तो जिन ‘आफरीन आफरीन’ 3 बार कहता है और आपसे वरदान मांगने के लिये कहता है. अब आप जिन से आपकी कोई भी मन की मुराद पूरी करवा सकते हैं.
आप जिन से धन दौलत मांग सकते हैं या फिर आप किसी सुंदरी को भी मांग सकते हैं. जिन आपकी हर कामना की पूर्ति करेगा. जिन को नेक बंदे बहुत पसंद है इसलिए अगर आपको धन दौलत मिलती है तो आप गरीबों में दान करके जिन को प्रसन्न कर सकते हैं. इस साधना को करते समय प्याज लहसुन आदि के सेवन से दूर रहें.

जिन्न की साधना


यह साधना आपको 3 दिन तक करनी है जब भी आप इस साधना को करने के लिए घर निकले तो अपने साथ सारा सामान साथ ले ले और घर से बाहर जाते हुए अपने मुंह में लहसुन और प्याज लेकर के चबाना है  और जिस जगह पर आपने यह अमल करना है वह या तो श्मशान या कब्रिस्तान या कोई उजाड़ स्थान होना चाहिए ।
सबसे पहले वहां जाकर आपको नए चाकू पर रक्षा मंत्र 41 बार पढ़ कर 21 बार फूंक मारने है खुला घेरा लगाना है और समान सभी अंदर रखना है।
फिर आपको अपना शरीर बांधना है "आयतल कुर्सी कक्ष कुरान आगे पीछे तू रहमान पर रखे खुदा से रखे सुलेमान" इस मंत्र से अपने शरीर का बंधन करना है 108 बार इसको पढ़कर अपने शरीर पर फूक मारने है।
फिर आपने जो हरा कपड़ा लिया है उसका आसन बिछाना है और उसके ऊपर पश्चिम को मुंह करके खड़ा हो जाना है फिर आपने  फिर आपने बोलना है
"बिस्मिल्लाह रहमान रहीम मोहम्मद साहब को सलाम जिन्नों के बादशाह को सलाम हाफिजी जिन को सलाम मेरे गुरु को सलाम"
इसे 21 बार पढ़कर के चारों दिशाओं में फूंक मार देनी है और इत्तर मजमुआ चारों ओर छिड़क देना है जी।
फिर आपने जिन का आकर्षण मंत्र या हाफिज या हाफिज आप ने 21 बार जोर जोर से पुकारना है और चारों तरफ फूंक मारने है।फिर हाथ में गुलाब जामुन ले लेने हैं जी और चीनी की चाशनी मिला करके उसको एक डिस्पोजल कटोरी में डाल लेना है और हाफिज जिनको 11 बार आवाज लगानी है कि यह हाफिज दिन मैं तुम्हारे लिए तोहफा लेकर आया हूं इसे कबूल करो और मुझे दर्शन लोग मेरे दोस्त बन जाओ। और उस गुलाब जामुनो को आपने अपने दाएं साइड सामने कोयले के साथ जहां कोयला सुलग रहा होगा वही रखने है और गुलाब जामुन के ऊपर इत्र का छठा मारकर उन्हें भी सेंड की शीशी को भी उसके साथ ही रख देना है जी उसके बाद आसन पर बैठ कर के फिर से हाफिज जिनका आवाहन करना है जी और आपको और वज्रासन लगा करके आपको कर नमो शालाखिन जल नमो शालाखिन को लगातार 2 घंटा पहले दिन करना है जी पढ़ना है जी। और जो सामग्री आपको भेजी गई है 5 मिनट बाद एक चुटकी सामग्री कोयला पर चलते हुए कोईलो के ऊपर डालना हैं एक गिलास या मिट्टी के बर्तन में पानी का अपने पास रखना है जी और वापस आते हुए जब वहां से गिरा आप निकलोगे गिरे में से घेरे को क्रॉस करके काट कर निकलना है आपने खाली आसन और चाकू ले रहा है बाकी सब समान वहीं छोड़ देना है जी।

श्री झूलेलाल चालीसा।

                   "झूलेलाल चालीसा"  मन्त्र :-ॐ श्री वरुण देवाय नमः ॥   श्री झूलेलाल चालीसा  दोहा :-जय जय जय जल देवता,...