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गुरुवार, 19 दिसंबर 2019

गेहूं देखना

गेहूं या जौं देखकर मरीज के दोष का पता लगाना।

○मित्रों पिछले जितने भी वीडियो मैंने गेहूं या जौं देखने को ऊपर डाले हैं । वह वीडियो अधूरे रहे इसके लिए मैं क्षमा चाहता हूं । लेकिन भारत के अलग-अलग क्षेत्रों से अलग-अलग साधकों द्वारा बार-बार ऐसा आग्रह किया जा रहा है कि इस वीडियो को पूरा बनाकर डालिए ताकि हम लोग लाभ प्राप्त करें आते आपकी बातों का सम्मान रखते हुए मैं आपके लिए यह वीडियो पूरा बनाकर डाल रहा हू।

○उन साधकों के लिए जिनको अभी तक कोई सिद्धि प्राप्त नहीं हुई और वह किसी भी याचक के दोष का पता नहीं लगा सकते उनके लिए यह प्रयोग अमृततुल्य है और इस प्रयोग को करने से आपको पीड़ित व्यक्ति के ऊपर के दोष का सही सही अनुमान हो जाएगा उसके बाद उसका उपचार करने से पीड़ित बिल्कुल ठीक हो जाएगा।

○ इस प्रक्रिया की विशेषता यह है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह ज्योतिष पर आधारित है और किसी सिद्धि की इसमें आवश्यकता नहीं होती बिना सिद्धि के यह प्रयोग किया जा सकता है इसके लिए आपको शेष बचे दानों का फल कथन याद करना होगा।

○गेहूं या जो देखने की पद्धति यह पूर्णतया ज्योतिष शास्त्र के ऊपर आधारित है और लगन के भावों को देखते हुए ही इसका फल कथन होता है।

○जब कोई बीमारी समझ ना आए किसी मरीज की बहुत अधिक लंबे समय तक दीर्घकालीन दवाइयों का सेवन करते हुए भी आराम ना आए अच्छे चिकित्सक से चिकित्सा कराने पर जब आराम ना आए तब गेहूं देख कर  मरीज के ऊपर जनित दोष का पता लगाया जाता है कि यह दोस्त वास्तव में है क्या बहुत-बहुत क्षेत्रों में अलग-अलग शैलियों से इसे देखा जाता है सबकी साधकों की अलग-अलग पद्धतियां होती हैं अलग अलग तरीके और ढंग होते हैं लेकिन जो यह ढंग में आपको बताने जा रहा हूं यह ज्योतिष शास्त्र के नियमों के ऊपर चलता है।

○मैं खुद इस पद्धति को अपनाता हूं और 10 साल बाद भी मेरे कहे अनुसार ही होता है दस-दस पंद्रह-पंद्रह साल पुराने मरीज जिनको जो बोला गया था वही उनके साथ होता है और वापस वह आते हैं और इस पद्धति द्वारा देखे गए गेहूं के फल कथन कभी असत्य नहीं होते 101% यह फल कथन स्पष्ट हैं। देखने में व्यावहारिक तौर पर यह भी आया है इस फल फल कथन को चाहे आप 10 बार भी देख ले तो उसका फल कथन एक जैसा रहेगा।

○ यहां मैं आपको इस प्रयोग में इस वीडियो में संक्षिप्त रूप से गेहूं देखने की विधि बता रहा हूं जिससे आप सभी को इस विधि को प्राप्त करके लाभ होगा और आने वाले मरीज के ऊपर के  दोष को आप देख पाएंगे फिर उस मरीज का इलाज भी संभव हो पाएगा।

○ सवा किलो गेहूं या जौं लेकर उसमें अपने इष्ट देव के नाम से एक सौ एक रुपए आप को रखना है और मरीज के सिरहाने पहले दिन रखना है अगर घर में है तो घर के चारों कोनों को स्पर्श करवा देना चाहिए। दूसरे दिन सुबह प्रातः काल स्नान इत्यादि करके अपने देवता को दीप धूप अर्पण करें फिर उसके बाद सच्चे मन से शांतिपूर्वक पूर्वाभिमुख हो कर भूमि पर बैठ जाएं। ईष्ट देव का स्मरण करें तदोपरांत अंगूठे समेत तीन उंगली से गेहूं उठाएं जितने दाने आ जाएं ऊतने दाने 12 की संख्या से आपको अलग निकालते जाना है।अंत में जो दाने शेष बचे उनकी संख्या से फल का कथन होता है और पूछने वाले को फल कहना चाहिए।

○(इसी दौरान आए हुए गेहूं के टुकड़ों को संख्या से अलग रखना चाहिए और उनको बीच में गिनना नहीं चाहिए।)

○ इसमें शेष बचे दानों की संख्या से ही फल कथन होता है। 


○एक शेष बचे तो पितृदोष जानना चाहिए।
इसके लक्षण यह है कि पितृदोष होने से कुटुंब का नाश आपस में झगड़े क्लेश बीमारी और भूत बाधा सामान्य बात है धन का नाश संतान बाधा होना ऐसे लक्षण जानने चाहिए इससे धन का इतना अधिक नाश होता है कि लाखों करोड़ों की संपत्ति का मालिक भी भिखारी बनने के हालात में आ जाता है।

○2 दाने शेष बचे तो देवी का दोष समझो।
 यह दोष दो दाने शेष बचने पर इसका फल बताया जाता है देवी के प्रति कोई संकल्प करके भूल जाना मनौती मान कर भूल जाना और उसे पूरा ना करना कुलदेवी के प्रति उदासीन हो जाना और उनका उचित पूजन ना करना उससे इस दोस्त का प्रकार के होता है और इससे क्लेश मनोकामना की पूर्ति ना होना बाधाएं धन का नाश ग्रह का नाच कुटुंब का नाश स्वाभाविक होता है

○3 दाने शेष बचे तो देवी का दोष।
 3 दाने शेष रह जाने पर भी देविका ही जोश होता है दोष होता है और इससे पारिवारिक कलह चरम तक पहुंच जाता है धन का नाश आम सी बात हो जाती है और धन की आय के स्रोत बंद हो जाते हैं आदमी की आर्थिक स्थिति डांवाडोल होते हुए बहुत ज्यादा दयनीय परिस्थिति तक पहुंच जाती है  इसमें कुटुंब के मुख्य सदस्य के ऊपर ज्यादा कष्ट रहता है और दांपत्य जीवन कष्टप्रद हो जाता है संतान को कष्ट रहता है और संतान निकम्मी हो जाती है 3 दाने शेष बचने पर ऐसा फल जानना चाहिए।

○4 दाने शेष बचे बाहर की हवा।
चार दाने शेष बचने पर सीधा सीधा मसान से ग्रसित होता है व्यक्ति भूत बाधा प्रेत बाधा राक्षस या डायन की बाधा व्यवहारिक रूप से इस फल का तन में 12 से 15 साल के अनुभव के आधार पर मैं आपको यह बता रहा हूं यह बाधा आकस्मिक रूप से घाटे करवाती है नुकसान  सड़क दुर्घटना भूत प्रेत ग्रसित व्यक्ति को दौरे पड़ना क्लेश का हद से ज्यादा बढ़ जाना अकाल मृत्यु इत्यादि यह सब इसके लक्षण जाना चाहिए।

○5 दाने शेष बचे तो पीर की हवा।
 पांच दाने शेष होने पर खानदान में पूजने वाले किसी पीर किसी फकीर किसी संत खासकर सुखी सिलसिले से संबंधित वकीलों के रुष्ट हो जाने पर फकीरों के रुष्ट हो जाने पर कार्य के कार्य का नाश होता है और काम बनते बनते अंत में मना हो जाता। साधारण भाषा में इसे जल देवता का दोष भी माना जाता है।

○6 दाने शेष बचे तो ग्रह बाधा।
 छह दाने शेष रहने पर  सीधा सीधा ग्रह बाधा की तरफ इशारा होता है हर व्यक्ति के जीवन में अच्छा और बुरा समय आता है कर्मों के अनुसार मनुष्य को फल भुगतना पड़ता है सुख कम समय का और दुख ज्यादा समय का मनुष्य को प्रतीत होता है जब किसी व्यक्ति के ऊपर से उतारे गए दानों में संख्या 6 हो तो उसके ऊपर से यथासंभव यथोचित दान करवाना चाहिए पुरानी बीमारी मकान का ना बनना नौकरी ना मिलना कारोबार में घाटा फैक्ट्री व्यापार दुकान का ना चलना और बार-बार काम बदलने पर भी काम सही तरीके से ना चल पाना यह सामान्य लक्षण माने जाते हैं।

○7 दाने शेष बचे खेत्रपाल दोष।
गेहूं देखने के समय जब 7 दाने बाकी बचे तो संतान बाधा जानी चाहिए दांपत्य कला पारिवारिक क्लेश कुटुंब का क्लेश और संतान का बिगड़ जाना संतान की पढ़ाई छूट जाना संतान की चिंता में मनुष्य लगा रहता है इसका यह लक्षण जाना चाहिए।

○8 दाने शेष बचने पर नाग देवता का दोष।
8 दाने शेष बचने पर बुद्धिमान मनुष्य को नाग देवता का दोष मानना चाहिए। कुलदेवता और नाग देवता से उत्पन्न यह बाधा उत्पन्न होने पर मनुष्य के उसके उचित परीक्षण का फल प्राप्त नहीं होने देती और यश और कीर्ति भंग होते हैं और धन का स्रोत बंद हो जाता है।

○9 दाने शेष बचने पर सब कुछ सामान्य है।
अगर गेहूं देखने में 9 दाने शेष रहे तो यह सब कुछ सामान्य जाना चाहिए आपको किसी योग्य चिकित्सक के पास जाकर के उसका उपचार करना चाहिए आपके घर की यदि कोई समस्या है तो यथोचित किसी बुद्धिमान व्यक्ति से परामर्श करके उस समस्या का हल करना चाहिए।

○10 दाने शेष बचने पर देवी का दोष। 
गाने देखने के उपरांत जब 10 दाने शेष रहे तब जातक को जाना चाहिए कि उसके घर में शीतला का वास है और कुपथ के कारण वह भगवती विकृत हो गई है इसलिए इसका यही परिणाम जानना चाहिए। हलका ज्वर रहना गंदे सपने आना यह इसकी निशानी जानी चाहिए।

○11 दाने शेष बचने पर मलिन प्रेत का दोष।
अगर दाने देखने के बाद 11 दाने शेष बचे तो घर या मरीज पर मलिन प्रेत का दोस्त जाना चाहिए इसकी निशानियां ऐसी होती हैं बहुत जगह पर दिखाने पर भी यह प्रेत नहीं हटते और विशेष क्रियाओं से ही इस प्रेत से छुटकारा मिलता है।

○12 दाने बचने पर चंडी देवी का दोष जाना चाहिए।
12 दाने अगर शेष बचे तो चंडी का दोष मानना चाहिए इससे घरमें कलेश और अंगपीड़ा बहुत होती है मंदज्वर घर में किसी ना किसी को रहता है और क्लेश लड़ाई झगड़ा कारोबार में बरकत का ना होना यह आम सी बातें हैं।

(यहां पर मैं आपको संक्षेप में यह सभी समझा रहा हूं क्योंकि  वर्षों के तजुर्बे को एक दिन में या किसी लेख में बता देना संभव नहीं है।)


इन उपरोक्त दोषों के हो जाने पर ही मनुष्य की देह में कलेश उत्पन्न होता है और भिन्न-भिन्न प्रकार की बीमारियों और बाधाओं से मनुष्य ग्रसित हो जाता है। उचित उपचार करा लेने पर भी दूर से जनित पीड़ा का निवारण ना हो तब ऊपर दिए गए गेहूं को देखने के बाद सोच को जानकर उसका उपचार करवाया जाना चाहिए जिससे कि रोग बाधा सदा सर्वदा के लिए आपके जीवन से चली जाए।

संख्या लक्षण और उसके उपचार।

○आपको दानों की संख्या और लक्षण से मैंने बताया कि किस मरीज के ऊपर कौन सी बाधा हो सकती है। इन सब का निर्धारण शेष बचे दानों की संख्या से होता है और कोई जरूरी नहीं कि 100% वही लक्षण मिले उसमें कुछ ऊपर नीचे हो सकता है कुछ लोगों के साथ कोई ऊपरी हवा होती है उससे दानों की संख्या में हेरफेर हो जाता है इस बात का अपने विशेष ध्यान रखना है। यदि इन सब बातों को समझ गए तो दानों की संख्या देखकर आप किसी भी व्यक्ति के ऊपरी बाधा के दोष के विषय में सही-सही बता सकेंगे।

○बाकी सब कुछ आपके के अनुभव पर निर्भर करता है आप कितनी मेहनत करते हो और कितना किसी विद्वान के पास रहे हैं  तो आपको सब कुछ समझ आ जाता है इन चीजों को गहराई से समझना पड़ता है और बहुत टेक्निकल पेच होते हैं इसमें एक दिन में यह कुछ समझना संभव नहीं है लेकिन मुझे इतना भरोसा है कि आपको 60% का सही-सही अनुमान इससे हो जाएगा।

○इस विषय पर जितनी मेरी जानकारी थी और इस लेख में उचित तौर पर उतनी जानकारी मैंने डाली है इस विषय का कोई थाह नहीं है अधिक जानकारी के लिए दिन में 11:00 बजे से लेकर 3:00 बजे तक मुझ से परामर्श किया जा सकता है मेरा व्हाट्सएप नंबर 8194951381.


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