चुड़ैल का मन्त्र लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
चुड़ैल का मन्त्र लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 5 जून 2019

चुड़ैल सिद्धि

ये साधना बहुत रोमांचकारी है इसे 11 रातो तक रात ठीक 12 बजे करने का समय होता है और इस साधना को एकांत में सम्पन्न किया जाता है। 

इसके लिए इकन सथान पर एक सुनसान कोटरी या कमरे का प्रबंध करें जिसमे कोई आता जाता ना हो और इसके लिए मध्य रखती एकांत कोठरी में एक पलंग रखे  फिर पहले सफेद रंग के कपड़े पहन सर पर जालीदार टोपी पहनकर मगरीब की ओर मुख कर जाए नमाज  मुसअल्ला बिछाकर बैठना है अपना मज़बूत हिसार करें और रोजाना 11 माला 101 दाने वाली फेरे । 

शर्त ये है कि अपना हिसार पक्का होना चाहिए और खुला घेरा 5 फीट तक दायरे का होना चाहिए जिसके अंदर भोग का सारा सामान रखना चाहिए और जरूरत पड़ने पर उसको दे सकें बिना वचन आपको घेरे से बाहर नहीं आना है वो आपको डराएगी और तरह तरह से भयभीत करेगी लेकिन आपको सिरफ़ और सिर्फ अपने जाप की तरफ ध्यान रखना है और एकाग्रचित्त रहना है तांकि आप अपना जाप संपन्न कर सकें।

जब वो आपके सामने आए तो उससे उसे बुलाने का तरीका,बुलाने पर आने का वचन और कोई निशानी मांग लें हर एक उल्टा सीधा काम करती है और वचन नही तोड़ती।एक बार वचन दे दे तो हर काम को अंजाम देगी।

ये चुड़ैल का इस्लामी मंतर है:-
जग मगनी बर मगनी ।
इसे पढ़ना है
आपको दौरान पढ़ाई अपने सामने एक आईना आदमी के कद्द का राखना है और जब रोज अमल की पड़ाई पूरी करें तो उसे बाद उस आईने को कपड़े से ढक दें। कुछ रोज पढाई के बाद आप देखेगे की दीना खातून नाम की चुड़ैल सफेद वस्त्र पहने बुढ़िया के रूप में दिखाई देगी अमल की अवधि पूरी ना होने तक उससे बातचीत ना करें ना ही उसके सवालों का जवाब दे।

सुबह तक हिसार से बाहर भी ना निकले सुबह रक्षा हिसार को तीन जगह से काट कर बाहर आवे

श्री झूलेलाल चालीसा।

                   "झूलेलाल चालीसा"  मन्त्र :-ॐ श्री वरुण देवाय नमः ॥   श्री झूलेलाल चालीसा  दोहा :-जय जय जय जल देवता,...