शुक्रवार, 27 दिसंबर 2019

माता मदानण की सेवा

              
           ।।माता मदानण की सेवा।।

○ हर अभिलाषा को पूरी करने के लिए आज मैं आपको एक सेवा बताने जा रहा हूं जो माता मदानण की सेवा है और उससे हर एक मनो अभिलाषा पूरी होती है।

○ अगर आपकी कोई ऐसी मनोकामना है जो पूरी नहीं हो रही और आप कठिन साधना नहीं कर सकते तो माता मदानन की एक साधना मैं आपको बताने जा रहा हूं जो कि बहुत ज्यादा सरल है और कोई भी इसे कर सकता है।

○ जो मिट्टी के दिए हम दिवाली पर जलाते हैं उसमें सरसों का तेल डालकर एक निश्चित समय पर माता शीतला या मदानण के स्थान पर लगा देना है दो लड्डू बूंदी वाले,पांच बतासे, जोड़ा लौंग,जोड़ा इलायची, जोड़ा मौली, एक मिट्टी के पात्र में शक्कर आटा और सरसों का तेल भूल कर कच्ची कड़ाही तैयार कर लेनी है वह भी माता को चढ़ा देनी है धूप अवश्य चढ़ाएं इससे आपके सभी रुके हुए कार्य वापस अपनी गति में चलना गति में चलना  शुरू हो जाएगे।

○ आप पर कितना भी कष्ट हो लगातार 41 दिन तक सरसों का दिया माता के स्थान पर लगातार जलाने से आपको अवश्य लाभ प्राप्त होगा यह बात आपके हालातों पर भी निर्भर करती है।

○ अगर कष्ट ज्यादा है तो उपरोक्त दिए गए सामान जैसे माता की कच्ची कड़ाही धूप दीप अवश्य माता को अर्पित करना चाहिए और लगातार 41 दिन तक घर में सरसों के तेल की होम करनी चाहिए मंगलवार बृहस्पतिवार और शनिवार को माता के प्रति सरसों के तेल की होम करने से घर में सुख शांति होती है और प्रत्येक कार्य में बरकत होती हैं।

○ कच्ची लस्सी से माता को प्रतिदिन स्नान करवाना बहुत अच्छा माना जाता है और इससे कारोबार में आने वाली रुकावटें खत्म हो जाती हैं प्रतिदिन उपले के ऊपर एक चम्मच गाय का घी या सरसों का तेल, थोड़ा सा गूगल और दो बतासे डालकर घर में चारों ओर धूनी देने से सभी प्रकार के उपद्रवों को घर में आने से रोकती है और कोई भी नकारात्मक शक्ति आपके घर में प्रवेश नहीं करती।

○ अगर इनमें से कोई भी उपाय आप नहीं कर सकते तो लगातार 41 दिन सरसों के तेल का दिया माता मदानन के या माता शीतला के मंदिर में लगातार प्रतिदिन जलाएं इससे भी आपकी मनो बिलासिया पूरी हो जाएगी। उसके लिए प्रतिदिन नए दिए का इस्तेमाल करें और जुड़ा गुलाब का फूल जो की ताजा को अवश्य ही चढ़ाएं।

○ अगर कारोबार में बहुत अधिक बंदिश आ जाए और बिल्कुल ठप पड़ जाए तो थोड़े से कच्चे चावलों को जो कि साबुत हो हल्दी लगाकर माता के थान पर ले जाएंगे वहां ले जाकर के माता को निवेदन करें और वह चावल वापस अपने साथ ले आए उसमें से 11 चावल लेकर प्रतिदिन घर या दुकान के अंदर खड़े होकर दरवाजे की तरफ मुंह करने और वह चावल आपने बाहर की तरफ मारने हैं ताकि आपके दहलीज वह चावल लांघ जाए। सिर्फ 11 रोज तक ऐसा करने से आपके घर और आपके किसी भी काम के ऊपर लगा हुआ प्रतिबंध है खुल जाएगा।

○ यदि आपके घर के ऊपर कोई तांत्रिक प्रयोग हो गया है और उसका कोई हल आपको नहीं प्राप्त हो रहा तो उसके लिए मैं माता मैदान वाली को पांच अनार जो कि फटे हुए ना हो या कटे हुए ना हो मंगलवार को अपने सिर से उल्टा 7 बार उतारकर अर्पित करें।

○अपने खुद पर माता पर और क्रिया पर पूर्ण भरोसा रखें फिर ही किसी क्रिया को करें विश्वास और श्रद्धा ही देवता का मूल होता है।

○ साधना में प्राप्त हुए किसी भी अनुभव को किसी भी व्यक्ति विशेष के साथ सांझा नहीं करना चाहिए ऐसा करने से आपकी शक्ति जाती रहेगी और आपको फिर से सेवा करनी होगी दोबारा सेवा करने पर यह शक्ति आपको प्राप्त हो या ना हो इस विषय में कुछ कहना कठिन है इसलिए पहले से ही आपको किसी से कुछ नहीं कहना ना ही बताना है।

         ।। जटिल रोग होने पर मसानी का उतारा।।

○अगर लाख जतन करने पर भी आपके घर के किसी व्यक्ति विशेष के ऊपर से कोई बीमारी नहीं हट रही तो मां का मैदान वाली को प्रार्थना करके निम्नलिखित सामान रोगी के ऊपर से सात बार उल्टा उतार कर चुपचाप चौक पर रख कर घर आ जाना चाहिए इससे पुरानी से पुरानी बीमारी भी हट जाएगी और रोगी को शीघ्र अति शीघ्र आराम होना शुरू हो जाएगा उस हालात में भी औषधीय प्रयोग जारी रखना चाहिए एवं अच्छे चिकित्सक से अच्छी औषधि करवानी चाहिए।

○ ((( पांच गुलाब के फूल देसी, एक शराब का पव्वा, सात रंग की मिठाई ,सात लौंग, सात इलायची,सात पीस बकरे की कलेजी के,एक मुर्गी का देसी अंडा काजल से सात टीके लगाकर,जोड़ा बूंदी वाले लड्डू ,सात गुलगुले,सात बतासे,एक जोड़ा मौली का चार मुँह वाला सरसो के तेल का दीया, एक गत्ते के डिब्बे या अखबार में रखकर।  चुपचाप चौक पर रख देना है और वापस मुड़कर आते समय पीछे मुड़कर नहीं देखना हाथ-पैर धोकर ही घर में प्रवेश करना है अगर पीछे से कोई आवाज पड़े या कोई बुलाए या कोई चिल्लाए तो आपको पीछे मुड़कर नहीं देखना है ना ही किसी से बात करनी है। लगातार तीन मंगलवार ऐसा करने से मरीज ठीक होना शुरू हो जाएगा क्योंकि भूत बाधा या ऐसी दूसरी बाधा होने के कारण औषधियों का प्रभाव नहीं हो पाता जब यह नकारात्मक ऊर्जा मनुष्य की देह से और मन से हट जाता है उसके बाद मनुष्य के सामान्य हो जाने के बाद ही औषधियों का प्रभाव होता है।

○ 41 दिन बीतने के बाद भी आप इस इस सेवा को लगातार चालू रख सकते हैं इससे आपके घर में धन-धान्य की वृद्धि होगी।

○ आपकी आस्था और विश्वास से ही किसी भी फल की प्राप्ति होती हैं गुरु, मंत्र ,ईष्ट, गो ,ब्राह्मण और साधुजनों के प्रति आस्था रखें।

○ अधिक जानकारी के लिए आप हमारे व्हाट्सएप नंबर 81949 51381 के ऊपर सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक संदेश भेज कर संपर्क कर सकते हैं।

     

श्री झूलेलाल चालीसा।

                   "झूलेलाल चालीसा"  मन्त्र :-ॐ श्री वरुण देवाय नमः ॥   श्री झूलेलाल चालीसा  दोहा :-जय जय जय जल देवता,...