****भभूत का मंत्र।**
ओम नमो आदेश गुरु को ,सामा तू आर बांध, सामा चारों कोना बांध, सामा के संग सामा को जला दिया, सामा तू भूत बांध ,सामा तो पिशाच बांध, सामा तू दानव बांध ,सामा तू ड़ाकिन बांध ,सामा तो चुड़ैल बांध ,सामा तू वेताल बांध,सामा तू संसार बांधा,समा तू आसमान बांध,दोहाई कामरु कामाक्षा नैना योगिनी की।।शब्द साँचा पिंड काँच चलो मन्त्र ईश्वरों वांचा।
जैसे साधु लोग संत समाज में धूनी जलाते हैं और या फिर गृहस्ती ने यह भभूत बनानी हो तो जो अगरबत्ती की भभूत होती है उसे कपड़े से छानकर रविवार या मंगलवार को अपने देवता के सानिध्य में बैठकर के इस मंत्र का लगातार जाप करते हुए और जब भी किसी को देनी है तो 108 मंत्र का जाप करके बहुत दे देनी है फिर इस भभूत का कमाल देखिए इस बहुत से बच्चे जो रोते हैं जिनको गंदे डरावने सपने आते हैं और जिनके काम नहीं बनते और जो परेशान रहते हैं किसी को बिना वजह के शारीरिक कष्ट रहता मानसिक कष्ट रहता है या दुकान नहीं चलती तो उस पर तो इसको यदि प्रयोग करेंगे तो इस को पानी में मिलाकर प्रयोग कभी नहीं करना सूखा ही इसको प्रयोग करें जहां इसको छिड़क दोगे आप का देवता का वास हो जाएगा और सभी कार्य चल पड़ेंगे यह छोटे से लेकर के बड़े कार्य सभी करने में सक्षम है ये भभूत सभी साधुओ के द्वारा इस्तेमाल की जाती है यह एक राख नहीं होती बल्कि आपकी आस्था होती है और वह आस्था बहुत मूल्यवान होती है मैंने लगातार 30 वर्षों से इसका प्रयोग किया है और कभी विफल नहीं गया जिसकी जैसी श्रद्धा होती है उसका वैसा ही कल्याण हो जाता है हां इसे पैसे ना ले किसी से वरना इस मंत्र का असर चला जाएगा याचक के ठीक होने के उपरांत देवता के निमित्त परशाद चढ़ाना आवश्यक होता है । अधिक जानकारी के लिए मेरे व्हाट्सएप 8194 9 51381 के ऊपर संदेश भेज करके संपर्क किया जा सकता है