पिङ्गल अघोरी सिद्धि मन्त्र।
यह साधना कई बार की परीक्षित साधना है और जिन से यह मंत्र प्राप्त हुआ है मुझे वह इसी मंत्र द्वारा बहुत सारे कार्यों को करते हैं। और लोगों का इलाज करने का कार्य करते हैं।
अक्सर जब मूड होता है तो वह लॉटरी सट्टा का नंबर भी बताते है उनका वचन जल्दी खाली नहीं जाता लेकिन बहुत वृद्ध होने के कारण बहुत कम ही बोलते हैं ।
ऐसे महात्मा लोग अब कम ही बचे हैं अक्सर बड़बोले किस्म के महात्मा बहुत ज्यादा है ।
यदि कोई व्यक्ति यह चाहे कि एक ही मंत्र द्वारा उस पर किसी व्यक्ति विशेष की कृपा भी हो जाए और उसकी सभी मुसीबतों का हल भी निकल आए और उस साधना को करते हुए उसे किसी प्रकार की दिक्कत का सामना भी ना करना पड़े तो मैं आज आपके लिए पिंगल अघोरी की साधना लाया हूं ।
पिंगल अघोरी जिनका नाम ही काफी है बाबा मंसाराम अघोरी के बाद इन्हीं का नाम प्रमुख अघोरियों में आता है और इनकी बहुत प्रकार से पूजा की जाती है एक क्षेत्र विशेष में इनकी सिद्धि भी की जाती है धीरे-धीरे यह साधना युक्त हो जा रही हैं इसलिए आज मैं आपको इनका मंत्र और उसको सिद्ध करने की विधि यहां बताने जा रहा हूं सबसे पहली बात यह है कि इस साधना में ब्रह्मचर्य को छोड़कर कोई परहेज नहीं है दूसरी बात यह है कि साधक इसे अपनी मर्जी के अनुसार सात्विक किया तामसिक रूप से कर सकता है।
यह साधना 21 दिन की है।
ये साधना घर पर की जा सकती है घर के किसी एकांत स्थल पर इस साधना को आराम से किया जा सकता है और इस शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है।
इनकी पूजा जमीन पर ही की जाती है सवा हाथ जमीन पर गाय के गोबर का गोल चौका लगाकर उस पर एक सरसों के तेल का दिया जलाएं और वहां घी और गुड़ से गोबर के कंडे पर धूप भी दें एक जल का पात्र वहां रखें गांजे की चिलम या सिगरेट चढ़ाएं फल फूल पान मिठाई लौंग इलाइची गरी गोला चढ़ाएं तथा मंत्र जाप करते हुए गोबर के कंडे की आग पर थोड़ा थोड़ा देसी घी और गुड़ डालते जाएं।
साधना के दौरान काले आसन काले वस्त्रों का प्रयोग करें फिर बाबा पिंगल अघोरी का एकाग्र चित्त मन से ध्यान करते हुए कमल के आसन पर पूर्वा विमुख होकर पांच माला इस मंत्र की प्रतिदिन आप जपे ।
मंत्र जाप शुरू करने से पहले सुरक्षा मंत्र द्वारा अपने शरीर को रक्षित करें ताकि आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो
यदि आप सात्विक साधना करना चाहते हैं तो फल फूल पान मिठाई और सिगरेट से काम चल जाएगा ।
और यदि आप तामसिक साधना करना चाहते हैं तो आप तो वहां बाबा पिंगल अघोरी के निमित्त एक देसी अंडा,एक पेग देसी शराब सात पीस बकरे की कलेजी के जिनके ऊपर सिंदूर द्वारा आपको एक एक टीका लगाना है और जाप के उपरांत उस कलेजी को बाबा पिंगल अघोरी के नाम से सुनसान स्थान पर रखकर आना है ।
वापस घर आकर भूमि पर चुपचाप सो जाना है इसी प्रकार आपको 21 दिन करना है।
फिर 2 दिन गुजर जाने के बाद तीसरे दिन आपको प्रतिदिन स्वप्न द्वारा अनुभव होने शुरू हो जाएंगे एक हफ्ते में आपको इस प्रकार लगेगा जैसे कि आपकी नजरों के सामने से कोई गुजरा है और यदि ध्यान से चिंतन करेंगे तो इनकी लंबाई कम से कम 12 फीट होगी । आजकल के भाग दौड़ वाले जीवन में जब कोई साधना करता है तो चलती फिरती साधना करता है तो ऐसे में किसी भी शक्ति के प्रत्यक्ष दर्शन होना कठिन होता है किंतु असंभव नहीं है।
अगर किसी की नजर चलती हो तो उसको सिद्धियों में बहुत सारी सहायता मिल जाती है यह देखने में किस देवता सिद्ध हुआ या नहीं हुआ क्योंकि अंधे के सामने चाहे हजार दिए जला दो लेकिन उसको अंधेरा ही दिखेगा इसलिए अपने अभ्यास द्वारा अपने मूलाधार सहित सभी चक्रों को एक्टिवेट करें।
जब आपकी साधना से प्रसन्न होकर पिंगल अघोरी बाबा आपके सामने आए तो आप डरे नहीं उनसे प्रणाम करके सिर्फ उनका आशीर्वाद मांग ले लेकिन याद रहे लालच में आकर कोई अन्य वस्तु ना मांगे।
इस प्रकार बाबा का आशीर्वाद आप के ऊपर सारी उम्र बना रहेगा आपके प्रत्येक काम में बाबा पिंगल अघोरी आपकी मदद करेंगे और आपके घर में से प्रत्येक बाधा दूर होकर खुशहाल जीवन की प्राप्ति होगी इस मंत्र द्वारा आप भूत प्रेत ग्रसित रोगियों का झाड़ा लगा सकते हैं उनके भूत प्रेत को उनके ऊपर हाजिर करके उनसे वचन ले सकते हैं उन्हें बांध सकते हैं और इसी मंत्र द्वारा आप तागा दे सकते हैं मरीज को यानी इस मंत्र द्वारा बहुत सारे काम किए जा सकते हैं जो कि साधक के ऊपर निर्भर करते हैं
एक और विशेष बात है जवाब किसी मरीज का इलाज करें चाहे वह इनके मंत्र द्वारा करें यह किसी भी देवता के मंत्र द्वारा करें यदि आपने यह सिधि की होगी तो आप जिस जिस मरीज का इलाज करेंगे बाबा पिंगल अघोरी के आशीर्वाद से वह इलाज फेल नही होगा जिसका इलाज आप एक बार कर दोगे दोबारा उसको तकलीफ नहीं होगी
अब मंत्र नीचे दिया जा रहा है साधना से पहले आप इस मंत्र को कंठ कर ले ताकि आपको साधना करने में कोई परेशानी ना हो मेरा आशीर्वाद सदैव आपके साथ है आशा करता हूं इस साधना द्वारा आपके जीवन की परेशानियां समाप्त होंगी और आपका परिवार और आप खुश रहेंगे
ॐ गुरु जी
इंगल घोरी
पिंगल घोरी ,
घोरी वीर बलवान
हथ विच चिमटा
मोढे बगली
सदा रहे शमशान
नौ सौ भूत अग्गे चले
नौ सौ भूत पिच्छे चले
भूतां प्रेतां नु बन्न
जिन्न ते खवीस बन्न
मैली कुचैली बन्न
चौंकी चढ़ाई बन्न
अस्सी मसाण बन्न
दुहाई माता भद्रकाली दी
दुहाई बाबा काले भैरों दी।
दोहाई गुरू उस्ताद दी
ढेर सारा आशीर्वाद कल्याणमस्तु 🙌