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सोमवार, 25 अक्तूबर 2021

साधना चमत्कारी संदूनी की

संदूनी की साधना

हज़ार पल इंतज़ार के सब्र से काटो एक घडी मुलाकात की क़िस्मत पलट देगी।

संदूनी वास्तव में क्या है एक शक्तिशाली हसीन नौजवान  जिन्न कन्या जो पल भर में दुनिया भर की खुशियां आप के कदमो में डाल देने की ताकत रखती है। ये एक ऐसी साधना है जिसको करने से पैसे की हर ज़रूरत पूरी होती है।

आपके हर सपने को पूरा कर ने में सक्षम होती है एक ऐसी वफादार साथी जो कि आपपर आने वाली हर एक मुसीबत को समाप्त कर देती है अपने साधक को होने वाली हर बात के विषय में पहले ही बता देती हैं।

अगर साधक को धन की आवश्यकता हो तो उसे भी पूरा कर देती है यानी कितनी भी जरूरत हो पैसे का इंतजाम करने में समय नही लगती।

अपने साधक के दुश्मनों के तहस नहस कर देती है उसके दुश्मन धूल चाटते रहते है अगर वे साधक से दुश्मनी नही छोड़ते तो ये उनको मारने में समय नही लगती

वास्तव में इनका संबंध  जिन्नात की कौम है और जिनके खानदान का सीधा संबंध तवायफों और जादूगरों से है। इस लिए कई बार यह अपने जादू से साधक की साधना को भी खंडित कर देतीं है।

इसकी साधना के लिए आपको किसी शमशान कब्रिस्तान या चौराहे की बजाए एक साफ सुथरे लिपे पुते हुए अकेले कमरे का चुनाव करना होता है।
 
जब तक साधक अपनी साधना पूरी न कर ले तब तक उस कमरे में किसी भी अन्य व्यक्ति का प्रवेश बिल्कुल निषिद्ध है

उस कमरे में साधक की एक चारपाई और संदूनी के लिए रखी गयी एक कुर्सी के इलावा कुछ नहीं होना चाहिए।

इस साधना में असफल रहने पर किसी किस्म का जानी नुकसान नहीं होता इस कि साधना के समय आपके किसी भी स्त्री से विवाहित य्या अविवाहित संबद्ध छोड़ने पड़ते है।

अगर शादीशुदा है तो तलाक लेना होगा अगर कोई प्रेम संम्बन्ध है तो उसे भी तोड़ना होगा। ये संदूनी चाहे आपकी पत्नी बनकर रहे या प्रेमिका किसी अन्य स्त्री के साथ आपके संबंधों को हरगिज़ बर्दास्त नही करती।

इसकी साधना रात्रि के समय तय समय पर ही की जाती है सभी आत्माएं शब्दों और वचनों के साथ बंधी हुई होती है लेकिन बदकिस्मती है सिर्फ आदमी ही अपना वचन तोड़ता है। हर कीमत पर अपने वचनों पर टिके रहें

जो भी जरूरत हो वो संदूनी से कहें और जो भी शर्तें हो वो पहले दिन ही तय कर लें वो सिर्फ वही काम करेगी जो बातें पहले दिन तय होंगी । ये भी स्पष्ट पूछ लें कि संदूनी आपके लिए काम करेंगी या दूसरों के लिए भी काम करेंगी।

उसको बुलाने का तरीका क्या होगा उसकी शर्ते क्या हैं अगर कोई शर्त मंजूर न हो तो कोई और शर्त रखने को कहें 

इसे प्रतिरात्रि में एक निर्धारित समय पर शुद्ध रूई की बत्ती बनाकर और चमेली के तेल को डालकर उससे एक दीया जलाना है  और इस को अपने सामने मत रखना। बल्कि संदूनी के नाम से कमरे में ही कहीं रख दें कमरे में अगरबत्ती और लोहबान का बाखूर यानि धूनी चलती रहेगी तस्बीह काले हकीक की होगी आसन किसी भी काले कंबल का होगा साधक का मुंह उत्तर दिशा की तरफ रहेगा लिबास काला और सिर भी ढका हुआ रहेगा। वज़ीफ़ा हिसार के अंदर बैठ कर पढ़ना है।

 संदूनी के लिए कमरे में एक कुर्सी रखें।  क्योंकि वह जमीन पर नहीं बैठेगी।
 
क्या क्या काम होगा ?  उनकी उपस्थिति समान रहेगी। जैसा कि शर्त निर्धारित करते समय निर्धारित किया जाएगा।  वह करेगी दूसरों का काम करेगी या सिर्फ साधक का ही काम करेगी,ये सभकुछ पहले से तय ही कर लें। रुपये पैसे दौलत की कोई इच्छा होगी, तो वह उसकी व्यवस्था भी करेगी।  

वह बहुत सुंदर होती है,एक अच्छा दोस्त और साथी भी, शर्त पर टिके रहे तो कोई नुकसान नही है साधक किसी भी काम को करने में सक्षम  होगा

जब साधना की  जाएगी और प्रभावी होगी तो पहले दिन स्त्री का स्वर सुनाई देने लग जाता है जैसे कुछ हो रहा हो। कई बार कई स्त्रियों की आवाज़ें भी आती हैं जैसे कि कई औरतें आपस में बात कर रहीं हों कभी कड़वी और कड़क आवाजें भी आतीं है कभी कभी किसी के गायन की ध्वनि भी सुनाई देती है।  उसके बाद कभी-कभी चलते हई पावों य्या जानवरों के पावों की आवाज़ें आती हैं  फिर एक दिन महिलाओं का एक समूह या एक अकेली महिला भी।

और ये भी की साधना जब पूरी होने वाली होती है तब इस की छोटी बहन नग्न अवस्था में जोकि बेहद खूबसूरत होती है पहले साधक के पास आकर उसकी परीक्षा लेती है और साधक को भ्रमित करने की चेष्टा करती है लेकिन अगर साधक ने अपना धैर्य नही खोया तो संदूनी साधक के पास आती है। 

रहीना सरीना सफ़रीना कज अखज फट्ट फट्ट स्वाहा बद्दूह या गौंस अल ताकालिन या क़ुतुब रब्बानी सैय्यद अबू सालेह जिलानी अहज़री ब जन्नल्लाह वा हज़री बिहक्क ला इलाहा इल्लल्लाह महोम्मद रुसूल अल्लाह सल्ली अल्ला अलैहि वालि वसल्लम।

इसको नौचंदी बुधवार की रात्रि से शुरू करके पहले 3 दिन तक शिद्दत से ये साधना करे अगर 3 दिनों में नही आती तो फिर 11 दिन करें  अगर ना आये तो निराश ना हों फिर 21 करें अगर फिर भी ना आये तो 41 दिनों में 100%  सफलता अवश्य ही मिल जाती है 

इस साधना में अधिक समय ना लगे इसके लिए लौहे-तसख़ीर तिलिस्म को धारण करें 

इसमें जो हिसार के लिए जो मन्त्र प्रयोग किया जाता है वो योग्य शिष्य को ही दिया जाएगा।अतः इच्छुक साधक संपर्क करें। क्योंकि ये बहुत ही ज्यादा ताकतवर जादूगर होती हैं इस लिए जब भी साधना करें अपने गुरु या उस्ताद  के निर्देशन में ही करें तब ही ये साधना सफल हो सकती है।

अलग मकान में नौ चंदी बुधवार से शुरू करें जुमेरात और जुम्मे तक तीन रात तक प्रतिरात्रि 1100 मर्तबा पढें तीसरी रात  संदूनी हाज़र होगी और अपने बुलाने का कारण पूछेगी तब पढ़ाई पूरी करने के उपरांत बेझिझक अपनी बात उस से कहें। फिर सभी शर्तें तय कर लें वो कौन सा काम करेगी कौन सा काम नही करेगी ये सभी कुछ और उसको बुलाने का तरीका भी पूछ लें।

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