बुधवार, 8 सितंबर 2021

सूखे पेड़ से जिन्न हासिल करना।

सूखे हुए पेड़ से जिन्न हासिल करना।

जी हां सूखे हुए पेड़ से आप अपनी किस्मत बदल सकते हैं आप यकीन नहीं करेंगे यह एक ऐसा अमल है जबरदस्त और शानदार अमल है जो साधक ऐसा अमल नहीं कर सकते जिसमें बहुत सारा पैसा लगे तो आप थोड़ी मेहनत करें और कामयाब हो ऐसी मेरी ईश्वर से प्रार्थना है आज मैं आपको बताने जा रहा हूं एक ऐसा अमल जो कि सूखे हुए पेड़ पर होता है ।
इस अमल को 41 दिन लगातार किया जाता है हो सकता है कि इसमें कई बार 41 दिनों से अधिक बस 15 दिन लग सकते हैं लेकिन यह कामयाब अमल है और कई बार किया गया है इससे एक जिन्न हासिल होता है जो आपकी हर इच्छा को पूरा करता है  हर  कहना मानता है जो आप चाहते हैं ये जिन्न उसे हकीकत कर देता है।

सबसे पहले यह जान लें कि इस अमल को कोई हृदय रोगी या कोई कमजोर हृदय वाला व्यक्ति करने की कोशिश ना करें और बिना कि गुरु के मार्गदर्शन के इस अमल को ना करें सबसे पहले गुरु से मार्गदर्शन ने उनसे वार्तालाप करें फिर ही इस विषय की किसी साधना के बारे में सोचें।

अमल को शुरू करने से पहले आप अपने गुरु से वार्तालाप कर सकते हैं इस विषय पर अगर अमल शुरू कर लिया बिना पूछे तो आप फस जाओगे और फिर उस समय आपकी कोई मदद भी नहीं कर पाएगा।

ऐसे अमल के लिए बिना आबादी वाला ही इलाका चुने आबादी वाले इलाके में यह सभी अमल नहीं किए जा सकते क्योंकि उसमें अमल के दौरान टोक टाक होने का खतरा रहता है जिसके कारण अमल बेकार हो जाता है और आपकी सारी मेहनत बर्बाद हो सकती है।

इस अमल में अपने शरीर को मंत्र द्वारा बांध लेने के उपरांत ही यह प्रयोग किया जाना चाहिए इस प्रयोग में इस अमल में हमबिस्तरी वर्जित है बाकी और कोई परहेज नहीं है जब आप साधना करें सिद्धि प्राप्त होने तक इसे गुप्त रखें और इस अमल को लगातार करते रहें इसमें इसे बीच में ना छोड़े

○ यह अमल पूरे 40 दिन का अमल है कई बार हालात के हिसाब से 40 दिन से अधिक समय भी लग सकता है उस हालात में घबराए नहीं इसे करते रहे।
○ अमल करने के दौरान पूरी तरह ब्रह्मचार्य का पालन करें मांस मछली शराब अंडा वर्जित है।
○ एक ऐसे पुराने सूखे हुए पेड़ की तलाश करें जो विराने में अकेला हो।
○ किसी चौराहे से किसी कब्रिस्तान से या शमशान से 40 कम कर बीन लें। तब इस अमल को शुरू करें।
○ जब तक आपको सिद्धि प्राप्त ना हो जाए कहने का तात्पर्य यह है कि जब तक आप को इस अमल में कामयाबी ना मिले तब तक अपने गुरु के अलावा किसी के साथ इस विषय में बातचीत नहीं करनी चाहिए।
○ पूरे अमल के दौरान अपने शरीर को मंत्रों से बांधकर सुरक्षित रखें जिस जगह आपने पढ़ाई करनी हो उस जगह घेरा लगाकर ही पढ़ाई की जानी चाहिए पढ़ाई के वक्त अगरबत्ती या लोबान और एक सरसों का तेल का दिया जलता रहना चाहिए।
○ पढ़ाई के लिए तनहाई में अकेले में ऐसी जगह का चुनाव करें जहां पर कोई आता-जाता ना हो ताकि आपको किसी प्रकार की टोक टाक ना हो।
○ इस अमल में सफेद कपड़े ही पहने जाते हैं खुशबूदार इत्र हमेशा अपने कपड़ों में लगा कर रखें पेशाब करने के बाद इस्तंजा अवश्य करें।
○ इस अमल को गृहस्थ वाले ना करें क्योंकि इस अमल के दौरान आपके परिवार के लोगों के साथ रूहानी खलल हो सकता है ।
○जिस आदमी को अकेलापन पसंद हो वही इस अमल को करें जब तक जिन्न आकर आपको कलाम ना करें आपसे बातचीत ना करें आप को बिल्कुल बिल्कुल भी बातचीत नहीं करनी है क्योंकि इससे आपका अमल बेकार हो जाएगा।
○ तस्वी या माला काले हकीक  की ले उसी पर जाप करें।
○ एक कंकर पर प्रतिदिन आपको 11 सौ बार नीचे दिया गया मंत्र पढ़ना है और अर्ध रात्रि में चुपचाप उस पेड़ के पास जाकर उस पेड़ के तने के ऊपर मारना है और चुपचाप वापस आ जाना है कुछ दिन बीतने के बाद आपको इस प्रकार के अनुभव आने शुरू हो जाएंगे जैसे कोई बहुत बड़ा व्यक्ति या बहुत बड़ा काला साया आपके आसपास घूम रहा है इस प्रकार आपको भरम लगने लगेगा लेकिन वास्तव में वह पेड़ वाला जिन्न ही होगा।
○ पढ़ाई शाम को की जाएगी और एक कंकर के ऊपर जैसे बताया गया है 1100 बार मंत्र पढ़ा जाएगा।
○ 1 दिन में सिर्फ एक ही कंकर तैयार करें कंकर का आकार काबुली चने बराबर रहेगा।
○आसन कोई भी प्रयोग किया जा सकता है 
○पढ़ाई करते समय आपका मुख पश्चिम की ओर होगा घेरा लगाने के बाद ही पढ़ाई करें।
○ किसी भी व्यक्ति की शक्ल लेकर वह आपके साथ सबसे पहले स्वप्न में संपर्क करेगा और आपसे यही कहेगा कि भाई तो मेरे पत्थर क्यों मार रहा है अगर ऐसा हो जाए तो आपकी किस्मत खुली  ही समझो।
○ समझ लेना कि आपका अमल सही दिशा में जा रहा है और आप कामयाबी की तरफ बढ़ गए हैं प्रतिदिन निश्चित समय पर पढ़ाई पूरी कर ले और निश्चित समय पर जाकर ही वह कंकर पेड़ पर मारे और चुपचाप वापस अपने घर आकर सो जाएं किसी से बोले नहीं और कोई आपको टोके नहीं इस प्रकार की व्यवस्था करके रखें।
○ कई बार यह भी देखा गया है कि कई बार परिणाम मिलने में देर हो जाती है कई बार 15 या 20 दिन के बाद ऐसे अनुभव होते हैं लेकिन इसमें कोई लागत नहीं है कोई पैसा नहीं लगेगा।
○ नियम यही रखना है कि आपका शरीर बंधा होना चाहिए अगर आप अपने शरीर को मंत्र द्वारा बांधकर नहीं रखोगे तो आप को खतरा हो सकता है क्योंकि अगर आप चाहते हैं कि जिन आपसे कलाम करें और आपको वचन दे तो आपको भी कुछ दायरा ऐसा बना कर रखना होगा कि वह मजबूर हो जाए आपको वचन देने के लिए।
○ शरीर बांधने का मंत्र हिसार लगाने का मंत्र एक ही है वह नीचे दिया जा रहा है।
○ शरीर बांधने का और घेरा हिसार लगाने का मंत्र :-आयतल कुर्सी कक्ष कुरान आगे पीछे तू रहमान धड़ रखे खुदा से रखे सुलेमान अली की दुहाई अली की दुहाई अली की दुहाई। इस मंत्र को 101 बार पढ़कर आपनी छाती पर 3 बार फूंक मारनी है। घेरा लगाने के लिए एक नए चाकू पर 101 बार पढ़कर 11 बार फूंक मारकर साधना के समय अपने चारों ओर बड़ा  घेरा जमीन पर खींचना है।
○ कंकर पर पढा जाने वाला मंत्र :- अल्लम मुल्लम कुलमुल्ला।



श्री झूलेलाल चालीसा।

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