*****कलवा पौन की साधना*****
ये साधना एक अत्यंत उग्र एव भयंकर साधना है आज तक इंटरनेट पर इनका कोई मन्त्र मौजूद नहीं है कियुकि जिन भगतों के पास इनके मन्त्र या कोई जानकारी है वो इसे सांझा नही करना चाहते एव उनतक पहुंचना अति कठिन है।वो सभी आपने आप में ही रहते है।
ये मन्त्र एव साधना मैं आपके लिए बहुत मुश्किल से लेकर आया हूं एव उम्मीद है कि आपके ये साधना काम आएगी।
*******((((चेतावनी कृपया ध्यान दें)))******** ये मन्त्र एक पक्की गद्दी के भगत की कृपा से प्राप्त हुआ है बिना गुरु या विद्वान के निर्देश से वही लोग इसका प्रयोग करें जिनके इन बाबा की पूजा घर में होती हो।इस मन्त्र को आजमाने की नीयत से य्य परखने की नीयत से ना किया जाए एव बिना आज्ञा के प्रयोग करने वाला आपने जानी या माली नुकसान का खुद जिमेदार होगा भविष्य में मेरे या मेरे चैंनल का कोई भी किसी भी प्रकार का उत्तरदायित्व नही होगा।
41 दिनों की साधना एकांत स्थान पर या गद्दी पर नियमपूर्वक किया जाए ।शराब एवम सूअर की कलेजी पान बतासा लड्डू सरसो के तेल का दिया और धूफ लगाना 2 सिगरेट या हुक्का ,7 फूल ,7 फल, 2 सुपारी, 7लौंग,7 छोटी इलायची,जनेउ का जोड़ा,पूरी हलवे का भोग प्रति दिन चढ़ाना है।प्रतिदिन होम(अग्यार)करनी है।इस साधना में साधना विषयक सभी नियमों का पालन करते हुए प्रतिदिन कम से कम 11 माला का जाप रोज़ाना करना है। एवं चढ़ाया हुआ सामान दूसरे दिन जलप्रवाह करना है। और अपनी गददी की मर्यादा के अनुसार ही सारे काम करें। इसमें ज्यादातर दूसरे दिन ही अनुभव मिल जाते है।कई बार पौन सवारी आ जाती है इसलिए बिना गुरु आज्ञा से नही करना चाहिए।इस साधना के सफल होजाने पर साधक के समान कोई नही होता सभी अच्छे एव बुरे काम बाबा कलवा पूरे करता है।पूरी जानकारी के लिए व्हाट्सएप 8194951381 पर संदेश भेज कर संपर्क किया जा सकता है।कृपया धैर्यवान व्यक्ति ही सम्पर्क करें ।
मन्त्र:-ॐ नमो आदेश गुरु को,काला कलवा मध की धार,
कलवा पौन चले ललकार, पल में दुश्मन मुक़ाए,जहाँ बुलाऊँ वहीँ पे आये,जहाँ मैं भेजूँ वहीं को जाए,सवा पहर में धुना चलाये , जलती लकड़ी चिता की राख। मेरा चलाया चले ,
मेरे गुरु का चलाया चले,मेरे रोकया रुके ,मेरे गुरु का रोकया रुके,इतना कारज ना करें । गुरुगोरख नाथ की आन,बाबे ईस्माइल जोगी की आन, दुहाई सैय्यद कमाल खान की। दुहाई लोना चमारी की,ना करे तो गुरघाती कहलाये।। आदेश आदेश आदेश।