शुक्रवार, 3 दिसंबर 2021

चौरहिया मसाण

चौरहिया मसाण।।
नमस्कार दोस्तों आप सब का स्वागत करता हूं अपने चैनल में और जितने हमारे नए सब्सक्राइबर हैं उनका मैं स्वागत करता हूं अपने चैनल में आज की वीडियो का विषय तंत्र क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है
इस वीडियो में मैं आपको चौरहिया मसाण के बिषय में बताने जा रहा हूँ जिस प्रकार शमशान ,कब्रिस्तान और जल के मसान को जागृत किया जाता है उसी प्रकार चौराहे के मसान को भी जागृत किया जाता है जिसे चौरहिया मसान बोला जाता है और जो कि बहुत शक्तिशाली मसान होता है।
ज्यादातर यह मुस्लिम का इल्म में प्रयोग किया जाता है और इसके काम लेने का तरीका भी मुस्लिम होता है वीडियो में मैं आपको बताऊंगा कि चौरहिया मसान को किस प्रकार सिद्ध किया जाता है।
○किसी भी महीने के जेठा मंगलवार या शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार से यह साधना शुरू की जाती है यह साधना किसी सुनसान ऐसे चौराहे पर की जाती है जहां की लोगों का आना-जाना बिल्कुल ना हो या कम हो

○ऐसी सुनसान चौराहे को साधना रूप में प्रयोग करने के लिए आपको पहले से ही चिन्हित करके रखना होगा जिससे की साधना के दौरान आपको बिल्कुल भी कभी टोक-टाक का सामना ना करना पड़े चौरहिया मसान दूसरे मसानों की तरह ही बहुत खतरनाक मसान होता है जिसके साथ बहुत जबरदस्त शक्तियां चलती हैं इन शक्तियों का प्रारूप तामसिक होता है और उग्र शक्तियां बहुत तीक्ष्ण होती हैं इन्हें चलने में अधिक समय नहीं लगता 

○यह सत्यानाशी के काम ज्यादा करती है आपके दुश्मन एक हो या अनेक यह मसान में हाहाकार मचा कर रखता है और किसी को भी चैन से बैठने नहीं देता लेकिन कभी भी किसी उग्र शक्ति का गलत प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि समय के बाद वह आपको ही कष्ट देता है 

○कहीं पर लड़ाई झगड़ा करवाना हो या किसी का सत्यानाश करना हो किसी भी चीज़ को बंद करना हो या काले जादू द्वारा पफी हुई बंदिश खोलनी हो ये उस काम को फौरन कर देता है समय नही लगाता।

○चलिए चलते हैं बात करते हैं चौरहिया मसान को सिद्ध करने की विधि की
○सबसे पहले अपने गुरु या उस्ताद से आज्ञा प्राप्त करें ताकि आपकी ये साधना सफल हो एवम आपकी उस साधना के समय सुरक्षा भी हो जाए।

○यह साधना सिर्फ और सिर्फ एक हफ्ते की है जिसको की किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के प्रथम मंगलवार से शुरू किया जाता है कई बार विशेष परिस्तिथयों के अंतर्गत साधक को एक से अधिक बार ये साधना करनी पड़ सकती है और लगातार एक हफ्ता यह साधना की जाती है जिसमें आपको बहुत अधिक सामग्रियों की आवश्यकता नहीं होती 

○किसी सुनसान चौराहे पर पूर्वाभिमुख हो कर बैठ जाएं बैठने से पहले अपना घेरा या हिसार कर ले बिना हिसार या सुरक्षा के बैठना आपके प्राणों पर संकट खड़ा कर देगा।

○किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के मंगलवार की सायं को ये प्रयोग शुरू करें साधना के दौरान अपनी देखभाल करने के लिए किसी समर्पित व्यक्ति को अपने साथ रखना चाहिए और उसे साधना स्थल से कम से कम 100 फुट दूर साधना के समय बैठने को कहना चाहिए।
○इस साधना मैं वस्त्र काले रंग के और माला काले हकीक की 100 दाने वाली प्रयोग करें।
○साधना शुरू करने से पहले एक सफेद मुर्गा आपको चौराहिया मसान के नाम से बलि देना है उसके धड़ को किसी विराने में चौरहिया मसान के नाम से देना है और उस मुर्गे के सर को मिट्टी के किसी छोटे पात्र में बंद करके अपने पास साधना के समय रखना है।
○इसके साधना की मन्त्र संख्या इस प्रकार होगी पहले दिन एक माला दूसरे दिन दो माला तीसरे दिन तीन माला इसी प्रकार कर्म बढ़ाना चाहिए और आठवे दिन आठ माला का जाप एक बैठक में करें ।
○जब चौरहिया मसाण हाज़िर या प्रकट होकर आप से अपनी भेंट मांगे तो सभ से पहले उससे वचन लें उसको दोबारा बुलाने का तरीका पूछ लें और उसकी कोई निशानी लें तभी उसको वो भेंट दें वार्ना वो भेंट ले जायेगा और वचन नही देगा उस मुर्गे की गर्दन को मंत्रों द्वारा बांधकर आप साधना के अंत तक अपने पास रखें 
○इस साधना के दौरा न आप कच्चे कोयले की आग पर लोबान की धूनी मन्त्र जाप के समय जला कर रखें ताकि मन्द मन्द खुशबू निकलती रहे 
○साधना स्थली पर आते जाते बिल्कुल चुपचाप रहें किसी से साधना के समय बात करना मना है अपना बिस्तर जमीन पर ही लगाएं पूरी तरह ब्रह्मचर्य का पालन करें मांस मिट्टी मछ्ली गोस्त कच्चा प्याज लहसुन पान सिगरेट का प्रयोग वर्जित है
○जब भी आपको चौरहिया मसाण से काम करवाना हो तो उसे एक मुर्गा भेंट करने पड़ेगा तक़भी वो आपका काम करेगा।
○मन्त्र:----.....नीला घोड़ा सब्ज़ पलान उत्ते चढ़े चौरहिया मसाण,जे साडा कम्म न करे अपनी माँ बहन दी सेज ते चढ़े।

○इस साधना में प्रयोग होने वाला रक्षा मंत्र :-              
         आयतालकुर्सी कक्ष कुरान
         अग्गे पिच्छे तू रहमान 
         धड़ रकह खुदा सिर रखे सुलेमान
         अली दी दुहाई अली दी दुहाई अली दी दुहाई।
         
○108 बार पढ़ने के बाद अपनी छाती पर 3 बार दम करें या नए चाकू पर 108 बार पढ़कर फूँके और उस चाकू द्वारा एक बड़ा सारा घेरा बनायें।
○ये साधना बहुत सक्रिय और खतरनाक है बिना गुरु के अगर कोई ये साधना अपने मन से कोई साधना करता है और अगर कोई इसकी विधि को तोड़ मरोड़ कर प्रयोग करने की कोशिश करता है और उस परिस्तिथति में कोई अप्रिय घटना होती है तो उसका हमारे और हमारे यूट्यूब चैनल/बलोगस्पॉट का कोई भी लेश मात्र भी उत्तर दायित्व नही होगा।

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