शुक्रवार, 11 अक्तूबर 2019

वीर नाहर सिंह की सिद्धि

            ।। नाहर सिंह बीर की साधना।।


नमस्कार आप सभी के लिए जो मैंने पहले वीडियो नारसिंह वीर की बनाई थी तो उसमें मंत्र नहीं डाला गया था लेकिन इस वीडियो में मैं आपके लिए मंत्र लाया हूं और यह मंत्र सेंट परसेंट जागृत है यह वीर नाहर सिंह का मंत्र है और बहुत ही ज्यादा खतरनाक मंत्र है।
यह मंत्र बहुत देर से मेरे पास पड़ा हुआ था लेकिन मैंने यह मंत्र अब तक पोस्ट में या किसी को दिया नहीं था क्योंकि क्या होता है कि जो गुप्त मंत्र है उनके अधिकारी कुछ ही लोग हो सकते हैं लेकिन मेरा चैनल बनाने का उद्देश्य जो है वह यह है कि जिस के पास कोई विद्या कोई मंत्र नहीं है उसको दूं देखिए किताबों में या डायरियो में लिख लिख कर के मंत्र रखने का कोई फायदा नहीं होता कोई लाभ नहीं होता किसी को भी लाभ नहीं होता जो इसको करेगा उसको अवश्य सफलता मिलनी ही मिलनी है यह नाहरसिंह वीर इतनी जबरदस्त है कि किसी भी साधक के पास किसी तरह का कोई याचिका गया उसके मनोभावों को पढ़ लेना और उसके बिना पूछे उसके सवाल का जवाब दे देना कितने भी कट्टर भूत प्रेत पिशाच इत्यादि लगे हो उनको हटा देना ठीक है और देश-विदेश की यात्रा में कोई अड़चन पढ़ रही हो तो उसको हटा देना किसी को कोई नौकरी नहीं लग रही कारोबार में रुकावट है उसके लिए यह देवता जो है इसकी साधना की जाती है और इसके तत्क्षण परिणाम भी आपको प्राप्त होते हैं ऐसा नहीं है कि आप कर रहे हो और परिणाम प्राप्त नहीं हुए इसकी साधना अपने आप में खतरनाक है क्योंकि इसमें रक्षा मंत्र की पूर्णता आवश्यकता पड़ती है और गुरु का सिर पर हाथ होना चाहिए देवता जो सामने आता है तो साधक जो है वह वाक पट्टू होना चाहिए ऐसा ना हो कि देवता के क्रोध में कुछ पूछे आपसे और आप बोली ना पाऊं अक्सर यही देखा जाता है कि आप देवता को बुला लेते हो सिद्ध करते हो तो क्या होता है कि जब देवता सामने आता है तो आदमी का जो है वह जवाब दे जाता है।
यह साधना पूरे 40 दिन की है।
पूरी तरह ब्रह्मचर्य को धारण करते हुए इस साधना को करना चाहिए।
साधना काल में जब आप जाप करोगे तो लाल वस्त्र और लाल ही आसन धारण करना होगा।
आपका मुंह या रुख पूर्व दिशा की और रहेगा ।
प्रतिदिन 11 माला हकीक की माला से जाप करना है।
साधना काल में पूरे 40 दिन तक आपने जमीन पर सोना है किसी से फालतू बातचीत नहीं करनी।
भोजन सिर्फ शरीर चलाने के लिए करना है।
और ध्यान जो है पीर के चरणों में रखना है।
इस साधना में एक देसी घी का दीपक और एक सरसों के तेल का दिया जलता रहना चाहिए।
सबसे पहले आपने एक एकांत कमरे में पूर्व दिशा की ओर मुंह करके आम की पटरी रखनी है उसके ऊपर लाल कपड़ा बिछा देना है।
फिर उस पर एक देसी घी का दीपक और सरसों के तेल का दिया आप को जलाना है।
साथ ही फल फूल  दूध से बने हुए पेड़े, एक देसी शराब का पव्वा,11 गुलाब के फूल, लोंग इलाइची के 7-7 पीस गूगल की धूप ,11 बताशे, एक जोड़ा मौली का  यह भोग प्रतिदिन आपको रखना और प्रतिदिन बदल देना है।
इसके निमित्त नित्य प्रति आपको देसी घी का होम करना होगा 40 दिन लगातार।
और उस शराब की नित्य प्रति धार देनी है।
इस साधना काल में आपको विचित्र विचित्र अनुभूतियां आऊंगी तीसरे ही दिन से आपके आसपास किसी के होने का एहसास हो जाएगा 15 दिन के बाद परिस्थिति और भयंकर हो जाएगी और ऐसा भी हो सकता है कि अचानक कोई आकर किसी के मरने की खबर आपको दे दिया किसी के एक्सीडेंट की खबर दे दे तो ऐसा होता है कि साधना से उठाने के लिए शक्तियां अपना काम करते हैं लेकिन आपको बिल्कुल निर्भीक होकर इस पाठ को पूरा करना है।
कई बार ऐसा भी हो जाता है कि साधना में जब हम किसी साधना को छेड़ते हैं या शुरू करते हैं तो हमारी जो शारीरिक कंडीशन है वह ठीक नहीं रहती हमें कोई बीमारी हो जाती है या बुखार चढ़ जाता है या कोई चोट लग गई तो हमने किसी भी हालात में वह साधना छोड़नी नहीं है।
जब भी बीर आपके सामने आए तो आपको बीर जी से जब भी बुलाएंगे तब आने के  और जो काज कहे उसे करने के वचन ले लेने हैं।
साधना संपन्न होने के बाद आपको बागड़ जाना पड़ेगा और नाहरसिंह वीर के निमित्त वहां पर आपको एक काला बकरा चढ़ाना होगा।
यह साधना दो तरीकों से की जाती है आप वैष्णो तरीके से भी इस साधना को कर सकते हो लेकिन शक्ति कम प्राप्त होगी अगर आप इसे वैष्णो तरीके से करना चाहते हैं तो आपको कच्चा दूध शराब की जगह कच्चा दूध और कच्चे दूध की धार देनी पड़ेगी  बस इतना ही अंतर होता है इसमें  तामसिक तरीके में शराब की धार देनी पड़ेगी आपको तामसिक तरीके से भी आप कर सकते हो उसे शक्ति आपको ज्यादा प्राप्त होगी क्योंकि जब जिस देवता की हम पूजा करते हैं उसका भोग पूरा दिया जाएगा तो साधना से पूरी शक्ति प्राप्त होगी।
इस साधना के सफल होने के बाद किसी की खोई हुई क्या घर से भागे हुए किसी भी व्यक्ति के बारे में आप विस्तृत तरीके से बाबा से पूछ सकते हो भूत प्रेत आप के इशारे पर हो जाएंगे विशेषकर जिनके ऊपर डोली आती है उनको आप कंट्रोल कर पाओगे किसी को भी अपने इशारे पर किसी की भी सवारी रोक सकते हो चला सकते हो इस साधना को करने से पहले क्योंकि साथ में नहीं होता है आपको हमसे रक्षा मंत्र प्राप्त करना होगा उसके अलावा
जो भी अगर साधना करेगा वह अपनी खैरियत का खुद जिम्मेदार होगा।
बिना गुरु के इस साधना को ना करें।
              ।।नाहर सिंह बीर का मंत्र।।
ॐ नमो आदेश गुरु को,जाग रे जाग नाहर सिंह जवान,जाहर पीर दा दीवान,लांदा पर्चे विच जहान,हत्थ विच सोहे सोने द कड़ा,जिथे सिमरा हाजर खड़ा,माता नाहरी दा जाया जदों बुलवां झटपट आया, कारज मेरा सिद्ध कराया,ना करे तो माता नाहरी दा दूध हराम, गुग्गे पीर दी आन गुरुगोरखनाथ दी आन नौ नाथा दी आन दुहाई शिवजी गौरां दी चले मन्त्र फुरो वांचा देखा बाबा नाहर सिंह तेरी कलाम दा तमाशा।

नारसिंह वीर की साधना आपको मैंने दी उम्मीद है आप इससे लाभ उठाएंगे वैसे तो मैंने यह साधना पूरी दी है और ऐसा कुछ रखा नहीं कि जिसमें आपको कुछ समझ ना आये

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गुरुवार, 10 अक्तूबर 2019

अस्तबली पीर की साधना।

   ****।।अस्तबली पीर बाबा की साधना का मंत्र ।।****
यह बाबा अस्तबली पीर की कलाम है जो कि सिर्फ उस्ताद अपने पक्के शागिर्दों को ही देते हैं और यह कलाम बहुत चमत्कारी है
○ये साधना है 41 दिन की और उस 41 दिन में आपने ग्यारह माला पीर जी के नाम की इस मंत्र की प्रतिदिन करनी है ।
○किसी महीने की शुक्ल पक्ष के प्रथम बृहस्पतिवार ये साधना शुरू करनी चाहिए।
○ब्रह्मचर्य का पूर्णतयः पालन करें।
○साधना काल में भूमि पर सोना चाहिए
○एक चद्दर हरे रंग की और 501₹ मुर्गे के साधना शुरू होने से पहले आपको पीर बाबा के लिए ऊंची और साफ जगह पर रखनी पड़ेगी। फिर साधना के सफल होने के बाद आपको वो बाबा जी के धाम जाकर चढ़ाना है।
○प्रतिदिन अन्य भोग के साथ ही मीठे चावल बनाकर आपको पीर बाबा को चढ़ाने होंगे।
○चढ़े हुए भोग को प्रतिदिन बदलना है चढ़े हुए भोग को जल प्रवाहित कर देना है।
○पश्चिम की ओर आपका मुंह रहेगा । आपमे सामने एक लकड़ी का पटरा रख कर उस पर स्वामीटर हरे रंग का कपड़ा बिछा देना है। उस दो सरसों के तेल के दीये जलाने है।
○आसन सफेद रंग का वस्त्र भी आपके सफेद ही होंगे
○कमरा साफ सुथरा और एकांत होगा।
○अगरबत्ती फूल सामने रखने हैं अगरबत्ती चलानी है और किसी पात्र में कुछ कोयले जल कर लोबान को सुरगा लेना है।
○प्रतिदिन रात्रि साढ़े दस बजे के समय ग्यारह माला मन्त्र का जाप काले हक़ीक़ की माला से करना है ।
○भोग में जोड़ा सिगरेट,जोड़ा पान मीठा, सात लौंग,सात इलायची, सेट,जोड़ा सफेद बर्फी ,ग्यारह बतासे,पांच बूंदी के लड्डू, जोड़ा मौली (कलावा) ये सभकुछ प्रतिदिन रखना है।
○इसमें बाबा की झलक आपको हफ्ते में ही दिखने लगेगी कई बार पीरजी सामने तो आते हैं कई बार सपने में भी आपकी बातचीत होने लगती है।
○इस साधना में आपको हिसार या घेरे की जरूरत पड़ेगी जो लगाकर आपको लगा करके बैठना है।
○आप अपने गुरुजी से या हमसे संपर्क करके हम से प्राप्त कर सकते हो और
○आप के जितने फंसे हुए काम है इस साधना में होते चले जाएंगे जैसे-जैसे आप साधना करोगे आपको वैसे वैसे अनुभव होंगे
○डायरी में लिख कर के रखने का कोई लाभ नहीं होता अतः इस मंत्र को डायरी में लिख कर ना रखें जिसमें दम हो वह यह साधना करके देखें उसे अवश्य लाभ होगा
○जब आपका कोई भी काम फस जाए आप पीर बाबा के मीठे चावल बना कर पांच बतासे पाँच लड्डू और जोड़ा बर्फी एक सिगरेट पांच अगरबत्ती एक सेंट सात गुलाब के फूल देसी घी की होम अस्तबली पीर के निमित्त दें और उनसे प्रार्थना करें तो कुछ दिनों में ही अवश्य आपकी प्रार्थना कबूल होगी।आपकी अर्जी सवीकार होगी इसकी साधना धैर्य वाले व्यक्ति ही कर सकते हैं ।
○ इस साधना को सोच-समझकर करें बीच में छोड़ने वाले को भारी हानि हो सकती है इसलिए इस साधना को एक बार अगर शुरू कर लिया तो बीच में नहीं छोड़ना।
○ बिना गुरु आज्ञा के या बिना उस्ताद की अनुमति के इस साधना को करने वाला लाभ के स्थान पर हानि ही उठाएगा।
○ इस साधना में प्रयोग होने वाला कड़ा या हिसार पात्रता के अनुसार ही दिया जाएगा।
○ कई बार इसमें पीर बाबा सट्टे के नंबर देते हैं साधक को लेकिन उसे प्राप्त हुए धन को जनकल्याण में लगा दीजिएगा।
○ इस साधना को संपन्न करने वाले साधक को धन दौलत की कमी नहीं रहती भूत प्रेत का भय सदा के लिए समाप्त हो जाता है विघ्न बाधा नहीं रहती कोर्ट कचहरी के केस लंबित पड़े हुए वह समाप्त हो जाते हैं साधक समाज में प्रतिष्ठित हो जाता है और यश प्रतिष्ठा को पाता है। इस साधना में केवल गुरु कृपा और मन के स्थिरीकरण की आवश्यकता होती है। तभी साधक कुछ प्राप्त कर पाता है।
○ मन्त्र:-बिस्मिल्लाह रहमानरहीम।
      अस्तबली पीरों का पीर , मुश्किल पड़ी होजा मददगीर।लोहे का कोट तांबे का कड़ा घोड़े की पीठ हाज़िर खड़ा।सिर पे पगड़ी हत्थ तसबी। चार कुंठ की खबर बतावे।पाँच बावरी संग लियावे। ऊपरी पराई की मार भगाए।ना आवे पीर तो ख्वाज़ा ख़िज़्र की आन,मौला अली की।आन मेरे गुरु की आन मदद मेरे पीर की हाज़िर शु हाज़िर।चले मन्त्र फुरो वांचा देखूं अस्तबली पीर तेरी हाज़िरी का तमाशा।

○ अधिक जानकारी के लिए आप हमारे व्हाट्सएप नंबर 81949 51381 के ऊपर व्हाट्सएप द्वारा संदेश भेजकर संपर्क स्थापित कर सकते हैं।

मंगलवार, 8 अक्तूबर 2019

अस्तबली बाबा के मंत्र से झाड़ा

***।।अस्तबली बाबा के मंत्र से झाड़ा।।***
बिस्मिल्लाहरहमान रहीम
अस्तबली पीर तू पीरों का पीर
भूत को बांध।
प्रेत को बांध।
जिन्न को बांध।
डायन को बांध।
खबीस को बांध।
मरी को बांध
परी को बांध।
चुड़ैल को बांध
जादू टोना बांध।
किया कराया बांध।
नजर को बांध ।
जंतर बांध
मंत्र बांध
तंत्र बांध
माया को बांध।
छल और छाया को बांध।
मरघट को बांध।
मसान को बांध ।
ब्रह्मराक्षस को बांध।
भैंसासुर को बांध।
ओपरी पराई को बांध ।
चोटी पकड़ पताल भेजो ।
उस पर ठोको ताला।
अपनी गद्दी का बाबा अस्तबली पीर रखवाला।
चले मन्त्र फुरो वांचा देखूं अस्तबली पीर तेरी कलाम का तमाशा।

अगर आप की गद्दी पर कोई भूत प्रेत ग्रस्त व्यक्ति आये तो इस मंत्र को  31 बार पढ़कर झाड़ा लगा दे तो वह ऊपरी बाधा दूर हो जाएगी।
और रोगी स्वस्थ हो जाएगा यह झाड़ा लगातार तीन दिन लगाएं और फिर एक काले धागे के ऊपर तीन बार मंत्र पढ़कर एक गांठ लगाएं ऐसे ग्यारह गांठों वाला एक तागा तैयार करें ।
उसे लोबान की धूनी देकर यदि भूत प्रेत ग्रस्त या ऊपरी बाधा वाले किसी भी व्यक्ति को पहनाया जाए तो वह भला चंगा हो जाता है यह मंत्र हमारा प्रयोगिक मंत्र है और हम इसे काम में लाते हैं और इस मंत्र से हमने कभी भी खता नहीं खाई इस मंत्र ने कभी धोखा नहीं दिया ।
जब भी कभी दीपावली दशहरा या होली है इस मंत्र को पांच माला जप के लोबान की धूनी देना आपने और मंत्र का जाप करना है तो यह मंत्र आपका चलता रहेगा और पूरी तरह काम करता रहेगा आप इसका लाभ कभी भी कहीं भी उठा सकोगे लेकिन इसमें एक ध्यान ध्यान देने वाली बात यह है कि आप जब भी गद्दी पर बैठे तो स्नान करके शुद्ध होकर  ही गद्दी पर जाएं सबसे पहले आप ज्योत बत्ती करें फिर भी कोई कार्य आरंभ करें जिनकी गद्दी के मुख्य इष्ट देवता अस्तबली पीर हैं वह लोग इस से बहुत अधिक लाभ उठा सकते हैं ।
सिर्फ एक बात ध्यान में रखिएगा जिसका भी आप काम करो तो उसके काम होने के बाद बाबा को ₹11 के बताशे और बाबा का भोग दिलवाना ना भूलें ऐसा होने पर साधकों को अलग-अलग तरह की दिक्कतें आएंगी।मैं अपने अनुभवों के आधार पर ये साधना और मन्त्र आपको दे रहा हूँ। आशा करता हूं आप इससे लाभ उठाएंगे अधिक जानकारी के लिए कृपया मेरे व्हाट्सएप नंबर 81949 51381 के ऊपर संदेश भेज कर संपर्क कर सकते हैं।

श्री झूलेलाल चालीसा।

                   "झूलेलाल चालीसा"  मन्त्र :-ॐ श्री वरुण देवाय नमः ॥   श्री झूलेलाल चालीसा  दोहा :-जय जय जय जल देवता,...