।। काजल मोहिनी ।।
काजल मोहिनी यह मोहिनी प्रयोग बहुत ज्यादा जबरदस्त है और और जबरदस्त है पुराने स्वतंत्र पर बहुत भरोसा करते हैं काजल का मोहिनी के रूप में प्रयोग अक्सर किया जाता है और पुराने साधक इस मंत्र और प्रयोग पर बहुत अधिक भरोसा करते है।
जिससे कि वे कठिन से कठिन और ना होने वाले काम को भी कर लेते थे अक्सर अमावस या दीपावली की रात्रि को ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी काजल तैयार किया जाता है जो छोटे-छोटे बच्चों को नजर उतारने के लिए लगाया जाता है लेकिन गुणिया और तांत्रिक लोग इस काजल को मोहिनी मंत्र द्वारा सिद्ध कर लेते है।
इस प्रयोग में अपामार्ग नामक एक एक जड़ी की टहनी का इस्तेमाल किया जाता है जिसको अपामार्ग बोला जाता है।और ये अक्सर खाली जगह उजाड़ खेत खलिहानो खाली प्लाटों या जंगलों में आपको मिल जायेगी।
इसका प्रयोग सर्वदा खाली नहीं जाता और पूरे का पूरा गांव समाज ही प्रयोग करता के वशीकरण हो जाता है वशीभूत हो जाता है उसका कहना मानने लग जाता है और उसकी मान जान बहुत बढ़ जाती है प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है एवं जिस किसी स्त्री पुरुष के ऊपर कर देता है तन मन से उसी का हो जाता है और उसकी सेवा करता है मेरा यहां इस प्रयोग को नाजायज इस्तेमाल के लिए देने का कोई मन नहीं है हालांकि आप जैसा कर्म करोगे वैसा ही भरोगे क्योंकि उदित आदमी का ही मान सम्मान होना चाहिए जिसमें वैसे क्षमता हो।
इसको प्रयोग करने का तरीका ऐसा है कि प्रयोग करने से 1 दिन पूर्व आपको रात्रि में एक सरसों के तेल का दिया ,एक सुपारी, एक पान का पत्ता,एक 1 रुपये का सिक्का,थोड़े से कच्चे चावल जिनको हल्दी से रंगा गया हो और 1 जनेऊ आपको अपामार्ग के पौधे के पास जाकर।
सभ से पहले उसे निमंत्रण देना है और बोलना है कि " हे देव मैं आपको निमंत्रण देने आया हूं और मैं आपसे वशीकरण हेतु काजल तैयार करूँग कल मैं आपको लेने आऊंगा आपको मेरे साथ चलने के लिए तैयार रहना है" इतना कह कर के यह सभी समान उसकी जड़ में रख देना है और वहाँ सरसों के तेल का दिया जला देना है और चुपचाप वापस अपने घर आ जाना है
उसके उपरांत दूसरे दिन आपको यानी दीपावली की रात्रि निर्वस्त्र होकर या सिर्फ किसी कपड़े को अपनी कमर पर लपेट कर चुपचाप जाना है और उस पौधे की 7 बार परिक्रमा करनी है फिर उसे जड़ से उखाड़ कर अपने घर चुपचाप बिना पीछे मुड़े देख या देखें ले आना है।
अब इस मन्त्र को जपते हुए अपामार्ग की टहनी को तोड़ कर उस पर रुई लपेट कर उसकी बत्ती बना लेनी है फिर दीये में जलाएँ उस दिये में आप किसी भी तेल का प्रयोग कर सकते हैं।
फिर काजल पारने की विधि से इसका काजल एकत्र कर लें। जब तक काजल बनता रहे आप सामने बैठकर मंत्र का जाप करते रहें ।फिर जब कभी भी आपको किसी के वशीकरण करने की जरूरत हो तो सात बार इस मन्त्र का जाप करके काजल को नेत्रों में आंजें ।
इस प्रयोग से पूरे का पूरा गाँव समाज साधक या प्रयोग करता के वशीभूत हो जाता है ।
।। मन्त्र।।
ॐ नमः पद्मणी ।
अञ्जन मेरा नाम ।
इस नगरी में बैठके मोह सगरा गाम ।
राज करन्ता राजा मोहु ।
फर्श पे बैठा बनिया मोहु ।
मोहु पनघट की पनिहार ।
इस नगर को छत्तीस मोहूं पचन बयार ।
जो कोई मार मार करन्ता आवे ।
ताही नरसिंह वीर बायां पग के अंगूठा ।
तले घर गेर आवे ।
मेरी भक्ति गुरु की शक्ति ।
फुरो मन्त्र ईश्वरोवाचा।।
मेरी शुभकामनाएं और बहुत बहुत आशीर्वाद आपका कल्याण हो 🙌