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सोमवार, 19 सितंबर 2022

भूत भविष्य वर्तमान तीनों का आपको होगा ज्ञान।

माता मैदानन से पूछा लेना।

अक्सर लोग भूत भविष्य वर्तमान को जानने की साधनाये खोजते है। और भिन्न भिन्न प्रकार की साधनाये करते भी है ये बहुत आवश्यक है कि यदि कोई व्यक्ति समस्याग्रस्त आपके पास आता है तो आपको उसकी समस्या के बारे में सही सही पता होना चाहिए ।

यदि आप साधनाये करने के शौकीन हैं और आपके अंदर ज्ञान की पिपासा है तो ये साधना आपके लिए बहुत लाभदायक सिद्ध होगी।

अगर आप साधना के क्षेत्र में नए हैं या आप कोई ऐसी साधना करना चाहते हैं जिस से आपको आपने पास आने वाले मरीज़ अथवा याचक की समस्या और उसके मानो भावों के बारे में पता चल जाये जाए तो इलाज़ करना और भी आसान हो जाता है ।

माता मैदानन चौगनन ऐसी भोली देवी है जो अपने भगतों पर  अति शीघ्र प्रसन्न हो जाती है। शीघ्र प्रसन्न होने के कारण इनका आशीर्वाद साधक को बाकी शक्तियों के अपेक्षा कृत जल्दी प्राप्त हो जाता है।

       बहुत प्रकार की साधनायें टोटके और यंत्र मंत्र तंत्र है जिनकी साधना करने से साधक को उसके पास आये हुए व्यक्ति की समस्या के बारे सही सही पता चल जाता है।
और यह देवी उस समस्या का उपाय भी बताती हैं जिससे आपको पीड़ित का इलाज करने में बहुत मदद मिलती है।

आपके पास आये हुये व्यक्ति को क्या समस्या है क्यों है कब ठीक होगी अथवा होगी या नही होगी कितने समय में होगी ये सभी कुछ साधक को पता चल जाता है। जिसने देखने वालों में आपके प्रति आस्था और अधिक सुदृढ़ होती है।

विज्ञान के इस युग में जहां मानव समाज आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है वहीं पर अपनी मौलिकता को छोड़ता जा रहा है।
आज धर्म को आवश्यकता है नये सफल और परोपकारी साधुओं की संतो की हालांकि धार्मिकता के चरम को छू पाना मुश्किल है लेकिन असंभव नहीं 

सनातन धर्म में आज की नई पीढ़ी को रूचि रखते हुए ज्ञान अर्जित करना चाहिए और परहित को ध्यान में रखते हुए सनातन धर्म की सेवा करनी चाहिये।

इसी उद्देश्य के साथ आपको मैं ये आतिगुप्त गुरमुखि साधना प्रदान कर रहा हूँ ताकि आप इस साधना को तन्मयता से करें और जीवन में अपने माता पिता और गुरुजनों का नाम ऊंचा करें।

साधना 21 दिनों की है।

सभी गृहस्थी स्त्री और पुरष इस साधना को स्वच्छता का ध्यान रखते हुए करने के लिए स्वतंत्र है।

साधना के मंत्र जाप को आप घर में कर सकते हैं।

किसी भी पर्व अथवा किसी भी कृष्ण पक्ष के प्रथम मंगलवार से ये साधना शुरू की जा सकती है।

साधना शुरू करने के एक दिन पहले रात को किसी पात्र में पानी में डाल दें और फिर एक मुट्ठी गेंहू माता मैदानन चौगनन के नाम से उस बर्तन में डालें और दूसरे दिन सुबह 
जाते समय उस गेंहू को पात्र में से निकालकर उसमें थोड़ा सा तेल सरसों का डाल कर मिला लें और  7 गुड़ की डलियां उसमें डालें।

माता मैदानन चौगनन की साधना उनके मंदिर/ थान ,चौराहे, या खाली मैदानन मैं की जा सकती है 
यदि चौराहा अथवा माता जी का मंदिर अथवा थान आपके आस पास ना हो तो आप 2 अथवा 5 नई ईंटे लेकर उन्हें खाली मैदान में जहां पर किसी व्यक्ति को आपत्ति ना हो वहाँ पर माता जी का स्वरूप मान कर स्थापित कर सकते है (उन इंटो को जमीन पर स्थापित करें फिर कच्ची लस्सी जिसमें कुछ अक्षत और मीठा मिला हो से सींचे फिर उसपर हल्दी चंदन अथवा सिंदूर का टीका लगाएं,फिर वहां पर धूफ दीप प्रज्वलित करें तदन्तर वो एक मुट्ठी गेंहू जिसमें आपने थोड़ा सा सरदों का तेल और गुड़ की सात छोटी छोटी डलियां मिलाई हो ,2 बूंदी वाले लड्डु,2 लौंग सबूत,2 छोटी इलायची,2 टुकड़े मौली/कलावा के माता जी के थान पर अर्पित करें और हाथ जोड़ कर माता जी का आवाहन करें 

याद रहे इस प्रयोग में बढ़िया वाला इत्तर रूई की छोटी सी 2 गोली बनाकर एक माता को चढ़ावे एक अपने माथे से लगावें फिर जो रूई की इत्तर वाली गोली आपने माता जी के पास रखी है उसको अपने बाये कान के ऊपर एक स्थान होता है उसमें  टांग लें और दूसरी गोली माता जी पर चढ़ा दें। और घर वापिस आ जाएं।

रात्रि में आपको काली माला से पूर्वाभिमुख होकर रक्षा मंत्र की एक माला जाप करके अपने शरीर पर 3 बार फूंक मारनी है फिर निम्न मंत्र का 21 माला जाप करना है।

इसी प्रकार आपको 21 दिन यह साधना करनी है आपको सपने में तीसरे दिन अनुभव होने शुरू हो जाएंगे यदि माता सामने आए तो डरे नहीं दंडवत प्रणाम करें और मात्र उनका आशीर्वाद मांगे भटक कर लालच में ना पड़े या कोई अनुचित वर ना मांगे ताकि आपको भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी ना हो।

आप अपने हिसाब से रक्षा मंत्र प्रयोग कर सकते है यदि कोई रक्षा मंत्र आपके पास न हो तो निम्नलिखित मंत्र का प्रयोग करें।

रक्षा मंत्र:-
आयतल कुर्सी कच्छ कुरान अग्गे पिच्छे तू रहमान धड़ रखे खुदा सिर रखे सुलेमान अली की दुहाई अली की दुहाई अली की दुहाई

मन्त्र:-

ॐ गुरु जी।
मैदान की मैदानन जाग
चौगान की चौगनन जाग
जाग जाग हे माई मसानी
अपनी कला संग जाग
तूं जाने खबर जहान की
चार कुंठ के भेद बता
तेनु कसम है 
तेरे गुरु उस्ताद की।


इस बात की विशेष तौर पर ध्यान रखें यह मंत्र जागृत हैं और शीघ्र ही कार्य करते हैं जब देवी जागृत होती हैं तो बहुत सारी ऊर्जा उठती है इसके लिए आपको एक सावधानी विशेष बरतनी है कि बिना गुरु के या प्रयोग ना करें।

शुभ आशीर्वाद कल्याणमस्तु  🙏





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