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रविवार, 13 अक्तूबर 2019

***।।सातो डारी शीतला मन्त्र ।।***

           ***।।सातो डारी शीतला मन्त्र ।।***
यह मंत्र सातों डाली शीतला का है और कौन है कौन सी देवियों को सातो डाली शीतला का नाम दिया जाता है वो सात नाम है कौन से सात रूप है  सातो डाली शीतला के इसमें वस्तुतः यही सात देवियां और उनकी ही विद्या और शक्ति चलती है इनको बहुत जबरदस्त माना जाता है इस साधना में माता शीतला का दर्शन प्राप्त होता है। चेचक रोग को दूर करने के लिए और जिनके माता जी निकल आती हैं उनको हटाने के लिए यह मंत्र झाड़ने के रूप में प्रयोग किया जाता है और ध्यान देने वाली बात यह है  कि कुछ बुद्धिमान लालची लोगों के कारण यह विद्या गुप्त और लुप्त हो रही हैं दुख की बात यह है कि यह विद्या लुप्त हो रही है इसलिए इनके प्रचार के लिए प्रसार के लिए मैं आपको दे रहा हूं ।
ताकि यह विद्या उन लोगों तक पहुचे जिन्हें इसकी जरूरत है   आप इस मंत्र को सिद्ध करें इसका प्रयोग करें खुद भी लाभ उठाएं और दूसरे लोगों का भी कल्याण करें ऐसी मेरी अभिलाषा है आप लोगों से अब दूसरी बात यह है कि हम लोग सातो डाली शीतला का नाम तो ले लेते हैं लेकिन हमें यही पता नहीं होता ही कि सातो डाली शीतला कौन है इन देवियों का नाम क्या है तो मैं आपको यह बता देता हूं कि पहली देवी बुढ़िया माता दूसरी मटारा माता तीसरी लोहाझार माता चौथी कथरिया माता पांचवी सिंधुरिया माता छटी कौड़िया माता सातवी आलसिया माता ये सात नाम है हो सकता है कि क्षेत्र इत्यादि के भेद से भक्तों ने सातों डाली शीतला को  किन्ही और नामों की संज्ञा दे रखी हो  लेकिन  जो मेरे पास ज्ञान है  वह मैं आप लोगों से बांट रहा हूं  जितना कुछ है जैसा भी है  आप लोगों के साथ सांझा कर रहा हूं  यह मंत्र सातों डाली शीतला का मंत्र है बहुत काम का मंत्र है
○इस मंत्र की पहले उपासना की जाती है 21 दिन तक
○पूरा वैष्णव तरीके से रहते हुए
○खानपान का परहेज करते हुए
○रहन सहन का परहेज करते हुए बिल्कुल शुद्धि से  ब्रह्मचर्य युक्त होकर के इस अनुष्ठान को संपन्न करें
○भूमि पर शयन करते हुए
○ इस मंत्र का अनुष्ठान जब तक आप करोगे तो आपको हल्दी वाला भोजन तड़के वाला भोजन इत्यादि सब यह चीजें नहीं खानी है।
○ साबुन क्रीम पाउडर खुशबूदार तेल इत्र इत्यादि आपको प्रयोग नहीं करना है।
○ जब तक इस मंत्र का जाप पूरा नहीं कर लेते 21 दिन तक किसी दूसरे व्यक्ति के घर से आपने खाना नहीं खाना पानी भी नहीं पीना पूरी परहेजगारी रखनी है।
○ साधक चाहे नए हो या पुराने हो उनको पूरे नियम पूरे करने के उपरांत इस अनुष्ठान को पूरे तरीके से करना पड़ेगा और सारे नियमों का पालन करना पड़ेगा तभी यह साधना उनकी सफल होगी।
○ साधना काल में चमड़े की वस्तुएं वर्जित है बेल्ट इत्यादि का प्रयोग ना करें।
○ एक दीपक लगातार 21 दिन तक अखंड दीपक साधना संपन्न होने तक जलता रहेगा।
○ जब भी आप जाप के लिए बैठे तो स्नान करके ही जाप करें।
○इस मंत्र की 11 माला प्रतिदिन जाप करनी होती है
○इस मंत्र का काम  है ताप तिजारी माता के दाने फोड़ा फुंसी कुछ भी अगर आपके ऊपर दिक्कत है या बुखार रहता है तो मोर पंख से या नीम की हरी टहनी से लगा तार झाड़ा डालने से बुखार टूट जाता है ।
○माता जी निकल आती है तो उसको झाड़ने के लिए मंत्र बहुत उत्तम है ।
○जब आप इसे सिद्ध करेंगे तो इसका लाभ उठा सकेंगे
○21 दिन तक आपको पीले कपड़े धारण करके पीले।
○ किसी मंदिर में यहां घर के एकांत कमरे में जिसकी पहले से ही साफ-सफाई कर दी गई हो ।
○ कोई सामान जिसमें ना रखा हो ।
○उस कमरे में पूर्व अभिमुख हो करके अपने सामने आम की पटिया पर सवा मीटर पीला वस्त्र बिछा देना है फिर कलश स्थापित करने के बाद एक दीपक देसी घी का और एक दीपक सरसों के तेल का जलाना है धूप इत्यादि का प्रबंध करना है
○निम्नलिखित जो सामान दिया गया है उसको चौकी पर रखना है फिर गुरु और गणेश की अनुमति लेकर के माता शीतला की अनुमति लेकर के जाप शुरू कर दी है
○आसन पर माता जी को भी पीला ही परिधान चढ़ाना है
○लपसी पूरी पुये गुलगुले लौंग कपूर नींबू अड़हुल के
      फूल का हार और 21 दिनों तक नित्य शीतला जी के
      नाम से पक्की धार देनी है।
      यह चीजें भेट करने से माता शीतल बहुत जल्दी ही     
      बहुत अधिक प्रसन्न होती है
○ अंतिम दिन आम की सूखी लकड़ी जलाकर  जो तिल देसी घी हवन सामग्री से आपको 508 बार हवन करना है।
○ हवन के अंत में पूर्णाहुति के रूप में एक सूखा नारियल जिसे सामान्य भाषा में हवन गोला भी बोला जाता है उसके ऊपर कलावा लपेटकर वह भी से लिपत करके हवन में डालना है और मां भगवती से अपने अनुष्ठान की पूर्णता के लिए संपन्नता के लिए निवेदन करना है।
○ सामान्य तौर पर तीसरे दिन या चौथे दिन भागवती चना मटर गेहूं बाजरा मकई या ऐसे अन्न के रूप में दर्शन देती हैं या कन्या रूप में भी दर्शन दे सकती हैं तो इस इशारे से आप को समझना होगा कि भगवती आपके पास आ चुकी हैं।
○ साधना करने वाले के ऊपर भगवती का आशीर्वाद आ जाता है उसे आशीर्वाद प्राप्त होता लेकिन इसमें एक चीज बहुत ध्यान देने वाली है कि एक बार भगवती का आशीर्वाद प्राप्त होने के बाद आप जिस की  झाड़-फूंक करोगे मां शीतला के आशीर्वाद से वह ठीक हो जाएगा ₹11 के बताशे नमक की थैली झाड़ू सवा किलो आटा गुड़ और जो भी आपकी स्थानीय मर्यादा से भगवती को जो कुछ भी सामान चढ़ता है वह आपको दिलवाना पड़ेगा वरना जिसका आपने झाड़-फूंक किया होगा उसकी सारी नेगेटिव एनर्जी आपके ऊपर आकर गिरेगी और आप अकारण ही कष्ट में आ जाएंगे और दूसरी और मुख्य बात यह है कि साधक को मांस मदिरा का परित्याग करना पड़ता है और शुद्ध भाव से माता जी का ही सेवक होकर के रहना पड़ता है ऐसा करना करने पर भगवती रुष्ट होकर के ऐसे साधक का नाश कर देती हैं।
○ यह साधना अगर आपने करनी हो तो मुझसे एक बार परामर्श अवश्य करें शुरू करने से पहले इसमें सुबह उठकर के साधना कर लोगे तो बहुत उत्तम होगा।
○जब भी कोई शीतला माता का मरीज़ आये तो 21 बार मन्त्र पढ़ कर मोरपंख या नीम की हरी टहनी से झाड़ दें लगातार 3 दिन या सात दिन झाडने से पूरा आराम होगा जब मरीज ठीक हो जाए तो आपको मरीज के हाथों ₹11 के बताशे बटवा देने हैं शीतला माता के नाम से।
○अगर आपके घर में शीतला जी का दोष है या कोई ऐसा संकट शीतला जी के क्रोध के कारण आया है।
○ कुलदेवी या ईष्ट देवी माता शीतला हैं तो आपको यह मंत्र बहुत लाभप्रद होगा । कई लोग कई लोग ऐसे होते हैं जिनके किसी पारिवारिक सदस्य के सिर के ऊपर मां शीतला का वास अवश्य होता है सवारी भी आती है लेकिन मंत्रणा होने के कारण वह ठीक से किसी का भला नहीं कर पाते तो उनके लिए भी यह मंत्र लाभप्रद होगा और आप इस साधना को करें मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं ।

                     ***।। मन्त्र ।।***
सात भवानी शीतला माई,नीमिया की डार बिराजे सातो,ज्वर काटे जंजार काटे, काटे बन्धन सारे।देह मस्तक सन्ताप को काटे,सब बन्धन को काटे।मूरी जूरी सभी को काटे लौंग सुपारी की भेंट तुम्हारी। तेरे द्वारे माली बैठा गावे पूजा पचरा भेंट।दुहाई बूढ़ी माई की।दुहाई मटारा माईं की।दुहाई लोहाझार माईं की। दुहाई कथरिया माईं की। दुहाई सिंदुरिया माईं की। दुहाई कोडइया माई की।दुहाई आलसिया माई की।

लेकिन इस साधना को कभी भी बिना परामर्श के ना करें।
अधिक जानकारी के लिए आप मेरे व्हाट्सएप नंबर 81949 51381 के ऊपर संदेश भेज कर संपर्क स्थापित कर सकते हैं मैसेज भेजने का समय दोपहर 11 से दोपहर 1 बजे तक ।कृपया बिना आज्ञा वीडियो वॉइस या व्हाट्सएप कॉल ना करें उस परिस्थिति में आपके नंबर को ब्लॉक कर दिया जाएगा।

श्री झूलेलाल चालीसा।

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