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शनिवार, 4 जून 2022

गृह कलेश निवारण

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां आदमी को दो वक्त की रोटी जुटाने में बड़ी मुश्किल आती है और अगर किसी कारण से घर में नित्यप्रति  क्लेश शुरू हो जाए तो आदमी का जीना दूभर हो जाता है।

कई बार ऐसा भी देखा गया है कि बिना कारण होने वाले क्लेश कई बार ऐसा भयानक रूप ले लेते हैं जिसके कारण घर के सदस्य आत्महत्या तक करने पर मजबूर हो जाते हैं लेकिन कोई भी ना तो इसके कारणों को जानने की कोशिश करता है और ना ही जा नहीं पाता है कई बार अधिकतर तौर से तौर पर यह देखा गया है कि क्लेश के कारण होते हैं लेकिन उनका निवारण नहीं हो पाता और कई बार ऐसा भी होता है कि क्लेश बिना कारण होते हैं ऐसे में आपकी ज्ञानेंद्रियां या छठी इंद्री आपको कई बार ऐसा आभास भी करवा सकती हैं कि यह क्लेश किसी दैवीय कारण से हो रहा है।

क्लेश ज्ञात अज्ञात किसी भी कारण से होता हो लेकिन नुकसान ही करवाता है बड़े बड़े परिवार भी इसके कारण बिखर जाते है।

ऐसे में यदि आपके जीवन में कभी ऐसा समय आ जाए कि जब आपके घर में ऐसा क्लेश होता रहता हो तो आपको मैं एक साधना बताने जा रहा हूं जिसको करने में करने से आपके घर में शांति स्थापित हो जायेगी और घर का वातावरण पूरी तरह शांतमय हो जाता है।

इस मंत्र को बहुत बार आजमाया जा चुका है और बहुत सारे घर इस मंत्र के प्रताप से शांत में रूप से बस रहे हैं इसकी साधना व्यर्थ नहीं जाती हालांकि मंत्र जाप करने की विधि कष्ट की अधिकता के अनुरूप बढ़ जाती है । सामान्य रूप में इस मंत्र का प्रभाव एक हफ्ते के भीतर दिखाई देने लग जाता है और घर का माहौल शांत होने लग जाता है

प्रातः काल नित्य कर्म और स्नान इत्यादि से निवृत्त होकर नित्यप्रति की पाठ पूजा संपन्न कर लें फिर पूर्वाभिमुख होकर आसन  पर बैठकर एक साफ सुथरे तांबे का लोटे में जल भर ले और उस जल में थोड़ा सा अक्षत, गंध, पुष्प,कुछ मीठा एक जोड़ा लौंग दो चुटकी हल्दी अथवा कुमकुम डालकर आपने सामने रख लें  और साधारण रुद्राक्ष की माला से 108 बार निम्न मंत्र का जाप करें और ईश्वर को घर में स्थायी शांति स्थापित करने की प्रार्थना करें
फिर जाप संम्पूर्ण होने के बाद घर के आंगन प्रांगण में लगे हुए किसी भी वृक्ष की जड़ में ये जल समर्पित कर दें तथा वहां पर धूफ या अगरबत्ती लगा दें 

इसी प्रकार आपको प्रतिदिन सुबह करना है इसको आपने नित्यकर्म में शामिल कर लें आपको कुछ ही दिनों में अपेक्षित परिणाम प्राप्त होने लग जाएंगे और घर में अकारण होने वाला क्लेश सदा सर्वदा के लिए समाप्त हो जाएगा और घर में चारों तरफ़ से खुशियां ही खुशियां प्राप्त होंगी।

लेकिन इस प्रयोग को करते हुए आपको कोई टोके नही इसलिए प्रातः काल जल्दी ही इस को कर लें इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें।

इसको करते समय इतना अंधेरा हो कि ना तो आपका मुंह कोई स्पष्ट देख सके और ना ही आप किसी का तो ये प्रयोग बहुत ही तीव्र प्रभाव दिखाता है।

मन्त्र :- ॐ नमो शान्ते प्रशान्ते सर्व कृद्रो प्रश्मनी स्वाहा।




श्री झूलेलाल चालीसा।

                   "झूलेलाल चालीसा"  मन्त्र :-ॐ श्री वरुण देवाय नमः ॥   श्री झूलेलाल चालीसा  दोहा :-जय जय जय जल देवता,...