।।मुस्लिम कड़ा लगाना।।
○घेरा मंत्र क्योंकि घेरा इतना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है किसी भी साधना के लिए कि साधक के प्राणों को बचाने के लिए कवच का काम करता है।
○ कोई भी आप घेरा कड़ा या रक्षा मंत्र लगाते हो तो उसकी जकात पहले से निकाल लो।
○और किसी विद्वान गुरु या किसी उस्ताद के सानिध्य में ही इसका जकात दो ।
○इसकी ज़कात देने के बाद आपका हिसार काम करने शुरू कर देगा।
○हिंदू और मुस्लिम तंत्रों में दोनों तरह से हिसार और कड़े लगाए जाते हैं । सब घेरे और कड़े लगाने के कलाम अलग-अलग होते हैं उनकी जकात देने की जो विधि होती है वह भी अलग होती है और उनका प्रयोग करने का तरीका भी अलग होता है
○और इन कलामू की ताकत को बरकरार रखने के लिए एक खास समय के ऊपर उसे दोबारा जपना पड़ता है ।
ताकि साधना का असर बरकरार रहे प्रस्तुत कर रहा हूं
ताकि आप सब साधना के समय सुरक्षित रहें और
अपने अमलो को करते रहें।
○आपके लिए एक हिसार का मंत्र इससे आप अपने बदन पर दम या हाथ फेर कर रक्षा कर सकते हैं और अगर जरूरत पड़े तो चाकू के ऊपर आप 21 बार पढ़कर के फूक मार दे 11 बार तो उस चाक़ू से यदि कड़ा बना दिया जाए तो वह पढ़ा भी बहुत मजबूत रहता है ये बहुत ज्यादा शक्तिशाली घेरा है
○और ये कड़ा कभी भी कभी ख़ता नही करता मैंने इस घेरे को सैकड़ो बार आज़माया है और हर बार बेमिशाल पाया ये घेरा लगाकर कोई भी साधना करो चाहे वो कितनी भी उर्ग साधना क्यों ना हो ।
○अगर अल्ल्लाह ने चाहा तो आपकी पूरी हिफाज़त होगी।
○ यह घेरा मुझे आज से 20-25 वर्ष पहले एक पुस्तक प्राप्त हुआ था और इसका प्रयोग मैंने लगातार अलग-अलग साधना में किया कभी कोई ऐसा समय नहीं आया कि जब यह घेरा मुझे धोखा दिया हो।
○ इस गहरे के जो अल्फाज हैं वह खुदा के नामों के हैं और खुदा अपने बंदो की हिफाजत करना अच्छी तरह जानता है।
○ इस हिसार धीरे आंकड़े के मंत्र को सबसे पहले याद कर लिया जाना चाहिए जब आपको भली भांति इसके शब्दों का उच्चारण सही आ जाए और सब कुछ याद हो जाए फिर इसकी जकात देनी चाहिए और उसके बाद ही इसको प्रयोग करना चाहिए।
○ इसमें एक असूल का कड़ाई से पालन होता है कि नापाकी में आप इसको नहीं लगा सकते दूसरी बात आप जब भी कभी पेशाब करने जाओ तो बैठकर पेशाब करो और पानी से इस्तंजा करने के बाद ही उसके बाद आपको वूजु बांधना होगा दोबारा से फिर ही आप इस कलाम को पढ़ सकते हो।
।।घेरे का मन्त्र।।
बिस्मिल्लारहमनरहीम
या हलीमु, या करीमु, या हाफिजु ,या नासिरु ,या नसीरु, या रकीबु ,या वकीलु या अल्लाहु या अल्लाहु ,बिहक़्क़ काफ हा या एन स्वाद ता मीम एन सीन काफ हिसार कर्दम बिहक़्क़ ला इल्लाह इल्ललहु घेरा कर्दम खुदरा बनाम महोम्मद रसूलल्लाह।
○इसको 21 बार पढ़ कर हाथों पर दम् कर लें फिर पूरे शरीर पर हाथ फेरें। अधिक जानकारी के लिए व्हाट्सएप 8194951381 के ऊपर सन्देश भेजकऱ संपर्क किया जा सकता है।
बुधवार, 16 अक्तूबर 2019
।।मुस्लिम कड़ा लगाना।।
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